राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी सामाजिक और राजनीतिक तौर पर जैसा भारत बनाना चाहते हैं, उसकी बानगी के रूप में गुजरात को देखा जा सकता है। गुजरात पिछले दो दशक से आरएसएस और बीजेपी की प्रयोगशाला बना हुआ है। इस प्रयोगशाला में पिछले 20 वर्षों के दौरान सबसे प्रमुखता से जो काम हुआ है वह है सूबे की राजनीति में मुसलमानों की भूमिका को पूरी तरह खत्म करना। ऐसा करने में भाजपा और आरएसएस को बहुत हद तक कामयाबी भी मिली है।