गुजरात के विधानसभा चुनाव में गोधरा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार चंद्रसिंह राउलजी अपने प्रचार में 2002 के गुजरात दंगे के दौरान हुए बिलकीस बानो के मामले का जिक्र करने से बचते हैं। राउलजी उस जेल एडवाइजरी कमेटी (जेएसी) का हिस्सा थे जिसने बिलकीस बानो के मामले में दोषी करार दिए गए 11 अभियुक्तों को रिहा करने का फैसला लिया था।
गोधरा: प्रचार में बिलकीस मामले का जिक्र नहीं करते बीजेपी विधायक
- गुजरात
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- 1 Dec, 2022
चंद्रसिंह राउलजी चुनाव प्रचार के दौरान ओबीसी समुदाय के लिए राष्ट्रीय आयोग बनाने की बात करते हैं और साथ ही आयुष्मान भारत, उज्जवला योजना, स्वच्छ भारत मिशन आदि योजनाओं के बारे में बताते हैं।

राउलजी 5 बार गोधरा से विधायक रह चुके हैं और इस बार छठी बार विधायक बनने के लिए जोरदार चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं।
दोषियों को रिहा करने के गुजरात सरकार के फैसले का जमकर विरोध हुआ था। इस मामले में 6000 से ज्यादा लोगों ने सुप्रीम कोर्ट को पत्र लिखकर कहा था कि बिलकीस बानो के दोषियों की रिहाई को रद्द कर दिया जाए।