गुजरात दंगों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका पर सवाल उठाने वाले पूर्व आईपीएस ऑफ़िसर संजीव भट्ट की पत्नी ने कहा है कि उन्हें और उनके बेटे को जान से मारने की कोशिश की गई। भट्ट की पत्नी, श्वेता संजीव भट्ट ने एक फ़ेसबुक पोस्ट लिखकर 7 जनवरी को हुई एक घटना के बारे में विस्तार से बताया है। संजीव भट्ट को 2011 में गुजरात सरकार ने नौकरी से निलंबित कर दिया था और बाद में उन्हें हटा दिया गया था। भट्ट 22 साल पुराने एक मामले में 125 दिनों से जेल में हैं और गुजरात हाई कोर्ट में उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई होने से ठीक एक दिन पहले ही यह घटना हुई है।
संजीव भट्ट की पत्नी ने कहा, मेरी और बेटे की हत्या की कोशिश
- गुजरात
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- 11 Jan, 2019
गुजरात दंगों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका पर सवाल उठाने वाले आईपीएस संजीव भट्ट की पत्नी ने कहा है कि उन्हें और उनके बेटे को जान से मारने की कोशिश की गई।

फ़ेसबुक पोस्ट में श्वेता संजीव भट्ट ने लिखा है, ‘मैंने और मेरे बेटे ने मौत को बहुत क़रीब से देखा। आईआईएम की व्यस्त सड़क पर तेज रफ़्तार से आ रहे एक डंपर ने हमारी कार को ड्राइवर वाली साइड से जोरदार टक्कर मारी। ट्रक के ड्राइवर ने हमें कुचलने की कोशिश की। एक पल को मुझे ऐसा लगा जैसे मैं अपने बेटे को खो दूँगी। यह बस चमत्कार ही था कि हम दोनों बच गए और हमें सिर्फ़ मामूली चोटें आईं।’ नीचे पढ़िए श्वेता की फ़ेसबुक पोस्ट -