जिस पटेल और क्षत्रिय गठजोड़ ने बीजेपी को गुजरात में एकछत्र राज दे दिया, अब उसी गठजोड़ में दरार पड़ गई दिखती है। राज्य में बीजेपी के सामने ऐसी चुनौती सामने आ गई है, जो चुनाव में उसके लिए बेहद ख़तरनाक तक हो सकती है। पटेल समुदाय से आने वाले बीजेपी नेता व केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला ने क्षत्रियों पर टिप्पणी क्या कर दी, अब क्षत्रियों ने उनके ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। रूपाला के समर्थन में जब पाटीदार समुदाय का संगठन आया और पोस्टर चिपकाए तो चुनाव आयोग के अधिकारियों ने यह कहते हुए पोस्टर हटा दिए कि यह चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन है। राजपूत समुदाय के लोग अब रूपाला को उम्मीदवारी से हटाने की मांग कर रहे हैं।
परषोत्तम रूपाला की टिप्पणी से गुजरात में राजपूत गुस्से में; बीजेपी की चिंता बढ़ी?
- गुजरात
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- 5 Apr, 2024
गुजरात में बीजेपी क्या अपने वोट बैंक के आधार पाटीदार और क्षत्रिय को साध पाएगी? राजपूत समुदाय के लोग मांग कर रहे हैं कि पाटीदार समुदाय के रूपाला को हटाया जाए? जानिए, बीजेपी के लिए यह कितना मुश्किल काम।

पटेल-क्षत्रिय समुदाय के बीच में यह दरार बीजेपी के लिए कितना नुक़सानदेह हो सकती है और इन दो समुदायों ने कैसे बीजेपी को गुजरात में स्थापित कर दिया है, इसको जानने से पहले यह जान लें कि आख़िर रूपाला को लेकर यह विवाद क्या है।