प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को अहमदाबाद में थे। उन्होंने यहां 85 हजार करोड़ रुपये की विभिन्न रेल परियोजनाओं का उद्घाटन किया है। यहां से उन्होंने देश के विभिन्न शहरों के बीच चलने वाली 10 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई है।
पीएम मोदी ने अहमदबाद में महात्मा गांधी के प्रसिद्ध साबरमती आश्रम परिसर में बने कोचरब आश्रम का भी उद्घाटन किया है। इसके साथ ही उन्होंने गांधी आश्रम स्मारक के मास्टर प्लान का शिलान्यास भी किया है।
यहां पीएम मोदी ने कहा कि, सदियों की गुलामी के कारण जो देश हताशा का शिकार हो रहा था, उसमें बापू ने आशा भरी थी, विश्वास भरा था। आज भी उनका विजन हमारे देश को उज्ज्वल भविष्य के लिए एक स्पष्ट दिशा दिखाता है। बापू ने ग्राम स्वराज और आत्मनिर्भर भारत का सपना देखा था।
हमारी सरकार, गांधी जी के इन्हीं आदर्शों पर चलते हुए गांव-गरीब के कल्याण को प्राथमिकता दे रही है, आत्मनिर्भर भारत अभियान चला रही है।आज गांव मजबूत हो रहे हैं, ग्राम स्वराज का विजन साकार हो रहा है। हमारी ग्रामीण अर्थव्यवस्था में एक बार फिर से महिलाएं अहम भूमिका निभा रही है।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि 12 मार्च की ऐतिहासिक तारीख को बापू ने स्वतंत्रता आंदोलन की धारा को बदला और उनकी दांडी यात्रा स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित हो गई।
आजाद भारत में भी ये तारीख ऐसे ही ऐतिहासिक अवसर के नए युग का सूत्रपात करने की गवाह बन चुकी है। 12 मार्च, 2022 को इसी साबरमती आश्रम से देश ने आजादी के अमृत महोत्सव का शुभारंभ किया था। दांडी यात्रा ने आजाद भारत की पुण्यभूमि तय करने में एक अहम भूमिका निभाई थी और अमृत महोत्सव के शुभारंभ ने अमृतकाल में भारत के प्रवेश का श्रीगणेश किया।
अमृत महोत्सव ने देश में जन-भागीदारी का वैसा ही वातावरण बनाया, जैसा आजादी से पहले दिखा था।इसी दौरान 'हर घर तिरंगा' पूरे देश में राष्ट्रभक्ति की अभिव्यक्ति का एक बहुत बड़ा सशक्त माध्यम बन गया था। मेरी माटी-मेरा देश अभियान के तहत करोड़ों देशवासियों ने देश के बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी।
पीएम ने कहा कि, जो देश अपनी विरासत नहीं संजो पाता, वो देश अपना भविष्य भी खो देता है। बापू का ये साबरमती आश्रम, देश की ही नहीं, बल्कि मानवजाति की ऐतिहासिक धरोहर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर भी पूर्व की कांग्रेस सरकारों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद जो सरकारें रहीं, उनमें देश की ऐसी विरासत को बचाने की न सोच थी और न ही राजनीतिक इच्छाशक्ति थी।
एक तो विदेशी दृष्टि से भारत को देखने की आदत थी और दूसरी तुष्टिकरण की मजबूरी थी। जिसकी वजह से भारत की विरासत, हमारी महान धरोहर ऐसे ही तबाह होती रही। अतिक्रमण, अस्वच्छता, अव्यवस्था आदि ने हमारी विरासतों को घेर लिया था।
आज जब भारत आजादी के अमृतकाल में नए कीर्तिमान गढ़ रहा है, आज जब भारत जमीन से अंतरिक्ष तक नई ऊंचाइयां छू रहा है, आज जब भारत विकसित होने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है, तो महात्मा गांधी की ये तपोस्थली हम सभी के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।
रेलवे में अभूतपूर्व गति से नए रिफॉर्म्स हो रहे हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि,विकसित भारत के लिए हो रहे नव निर्माण का लगातार विस्तार हो रहा है।देश के कोने-कोने में परियोजनाओं का लोकार्पण हो रहा है, नई योजनाएं शुरू हो रही हैं। अगर मैं साल 2024 की ही बात करूं, तो इन करीब 75 दिन में 11 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हो चुका है। रेलवे का कायाकल्प भी विकसित भारत की गारंटी है। आज रेलवे में अभूतपूर्व गति से नए रिफॉर्म्स हो रहे हैं। तेज गति से नए रेलवे ट्रैक्स का निर्माण, 1300 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण, वंदे भारत, नमो भारत, अमृत भारत जैसी नेक्स्ट जेनरेशन ट्रेन्स, आधुनिक रेलवे इंजन्स और कोच फैक्ट्रियां, ये सब 21वीं सदी की भारतीय रेल की तस्वीर बदल रही हैं।
भारतीय रेलवे आज 'विकास भी-विरासत भी' के मंत्र को साकार करते हुए क्षेत्रीय संस्कृति और आस्था से जुड़े पर्यटन को भी बढ़ावा दे रही है। आज देश में रामायण सर्किट, गुरुकृपा सर्किट और जैन यात्रा पर भारत गौरव ट्रेन चल रही हैं।यही नहीं, आस्था स्पेशल ट्रेन्स देश के कोने-कोने से श्रीराम भक्तों को अयोध्या ले जा रही है। भारतीय रेल आधुनिकता की रफ्तार पर ऐसे ही आगे बढ़ती रहेगी और ये मोदी की गारंटी है।
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