गुजरात चुनाव में बीजेपी की हालत क्या ठीक नहीं है? या फिर बीजेपी अपनी स्थिति मज़बूत करने के लिए चुनावी अभियान का गियर बदल रही है? केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को आरोप क्यों लगाया कि असामाजिक तत्व पहले गुजरात में हिंसा में शामिल थे क्योंकि कांग्रेस ने उनका समर्थन किया था? उन्होंने क्यों कहा कि 2002 में अपराधियों को सबक सिखाने के बाद बीजेपी ने ऐसी गतिविधियों को रोक दिया और राज्य में स्थायी शांति ला दी?
चुनाव में 'गुजरात दंगे' की एंट्री? शाह बोले- बीजेपी ने 2002 में सबक सिखाया...
- गुजरात
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- 25 Nov, 2022
गुजरात चुनाव में अब क्या '2002 के दंगे' पर बयानबाजी़ शुरू होगी? आख़िर गृहमंत्री अमित शाह ने '2002 में सबक़ सिखाने' का ज़िक्र क्यों किया? जानिए इसके क्या मायने हैं।

गृहमंत्री ने जिस 2002 का ज़िक्र किया, क्या आपको पता है कि तब क्या हुआ था? आइए, हम आपको बताते हैं तब का घटनाक्रम। 2002 में फरवरी में गोधरा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में आग लगने की घटना के बाद 2002 में गुजरात के कुछ हिस्सों में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी। गोधरा में भीड़ ने हिंसक हमले के बाद ट्रेन के कोच एस 6 में आग लगा दी थी, जिसमें 59 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में ज़्यादातर अयोध्या से अहमदाबाद लौट रहे कारसेवक थे। इस घटना के बाद पूरा गुजरात सुलग उठा था औऱ सांप्रदायिक दंगे फैले थे जिसमें 1000 से ज़्यादा लोगों की जानें गई थीं। 2002 की इस घटना को भारत के इतिहास का एक काला अध्याय माना जाता है।