रविवार को बीजेपी और बसपा दोनों को बड़ा झटका लगा है। पूर्वांचल के बाहुबली और ब्राह्मण बिरादरी के सबसे बड़े चेहरे पंडित हरिशंकर तिवारी का परिवार समाजवादी हो गया। उनके पुत्र विनय शंकर तिवारी के साथ उनके रिश्तेदार और विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पांडेय व पूर्व सांसद कुशल तिवारी भी सपा में आ गए। दूसरी तरफ़ लोकसभा में बसपा संसदीय दल के नेता रितेश पांडेय के पिता राकेश पांडेय ने भी लाल टोपी पहन ली। ये जलालपुर से चुनाव लड़ेंगे।
अखिलेश को योगी की 'हिंदुत्व की नर्सरी' में मिला ब्राह्मण चेहरा!
- दो टूक
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- 12 Dec, 2021

हरिशंकर तिवारी के परिवार के समाजवादी पार्टी में शामिल होने से पूर्वांचल में क्या असर होगा? आख़िर योगी आदित्यनाथ और मायावती के लिए इसके क्या मायने हैं?
यह बानगी है उस पूर्वांचल की जहाँ न तो किसान आंदोलन हुआ और न ही उसका बहुत ज़्यादा असर रहा। दूसरे यह अंचल देश में हिंदुत्व के सबसे बड़े चेहरे योगी आदित्यनाथ की हिंदुत्व की नर्सरी भी माना जाता है। इसका असर क़रीब दर्जन भर ज़िलों पर पड़ता है। देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज, बस्ती, संत कबीर नगर से मऊ और आजमगढ़ तक। पर योगी के साथ एक दिक्कत भी रही है। वे राजपूत पहले होते हैं और हिंदू बाद में। यह पूर्वांचल के ठाकुर तो मानते ही हैं बाक़ी कोई माने या न माने। वैसे, इसकी पुष्टि करनी हो तो सत्ता के सबसे निचले स्तर पर ध्यान दें।