ऐसा लगता है कि आजम खान और अखिलेश यादव ने आखिरकार अपने मतभेदों को भुला दिया और फिर से एक हो गए। आइए जानें कि क्या रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव ने दोनों को एक बार फिर साथ ला दिया है.
वेश्यावृत्ति की हमेशा निंदा और आलोचना की गई है, यह जाने बिना कि इस सबसे पुराने पेशे पर प्रतिबंध केवल माफिया और कानून प्रवर्तन अधिकारियों के लिए वरदान है जो किसी और से अधिक यौनकर्मियों का शोषण करते हैं।
उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी के बाद अब राहुल ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ हमलावर हो गए हैं, लेकिन इसका चुनाव पर क्या असर होगा?
हाल तक ममता बनर्जी मोदी के ख़िलाफ़ देश में एक बड़ा चेहरा बन कर उभरी थीं और दो दिन में वह मोदी के साथ खड़ी हुई क्यों जान पड़ती हैं? क्या वह तीसरा मोर्चा बना पाएंगी?