प्रधानमंत्री ने आज मीडिया के जरिए सभी दलों के सांसदों को संदेश भेजा। इसमें कोई नई बात नहीं थी। नया सिर्फ ये है कि पत्रकारों के सामने मोदी आज बहुत लंबे अर्से बाद आए। उन्होंने संबोधित किया। इस दौरान सवाल की इजाजत नहीं थी।
उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव और प्रियंका गांधी के बाद अब राहुल ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ हमलावर हो गए हैं, लेकिन इसका चुनाव पर क्या असर होगा?
हाल तक ममता बनर्जी मोदी के ख़िलाफ़ देश में एक बड़ा चेहरा बन कर उभरी थीं और दो दिन में वह मोदी के साथ खड़ी हुई क्यों जान पड़ती हैं? क्या वह तीसरा मोर्चा बना पाएंगी?
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के सामने अखिलेश यादव पार्टी किस तरह का प्रदर्शन कर पाएगी? क्या वह पिछड़ी और हाशिये की जातियों को साध पाएँगे?