कपिल मिश्रा ने यह भी कहा था कि यदि दिल्ली पुलिस तीन दिनों को अंदर उस जगह को खाली नहीं करवाएगी तो वह स्वयं खाली करवा लेंगे।
मेरी सभी से अपील हैं कि हिंसा से कोई समाधान नहीं निकलता
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) February 24, 2020
हिंसा किसी विवाद का हल नहीं
दिल्ली का भाईचारा बना रहे इसी में सबकी भलाई हैं
CAA समर्थक हो या CAA विरोधी या कोई भी, हिंसा तुरंत बंद होनी चाहिए
मेरी पुनः अपील, हिंसा बंद कीजिए 🙏
क्या कहना है ओवैसी का?
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तिहाद-ए-मुसलिमीन के प्रमुख और सांसद असदउद्दीन ओवैसी ने इसके लिए कपिल मिश्रा को ज़िम्मेदार माना है। उन्होंने ट्वीट किया है, 'ये दंगे बीजेपी नेता और एक पूर्व विधायक के भड़काने का नतीजा हैं। पुलिस के शामिल होने के भी स्पष्ट सबूत हैं। इस पूर्व विधायक को तुरंत गिरफ़्तार किया जाना चाहिए। हिंसा नियंत्रित करने के लिए तुरंत क़दम उठाए जाने चाहिए।'पुलिस हेड कोंस्टेबल की मौत बेहद दुःखदायी है। वो भी हम सब में से एक थे।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 24, 2020
कृपया हिंसा त्याग दीजिए। इस से किसी का फ़ायदा नहीं। शांति से ही सभी समस्याओं का हल निकलेगा
कपिल मिश्रा इसके पहले भी आपत्तिजनक और उकसावे वाले बयान देते रहे हैं। उन्होंने दिल्ली चुनाव के पहले अपने समर्थकों के साथ जुलूस निकाला था, जिसमें उन्होंने नारा लगाया था, 'देश के गद्दारों को, गोली मारो सालों को।'
चुनाव आयोग ने इसके बाद कपिल मिश्रा के चुनाव प्रचार पर दो दिनों की रोक लगा दी थी।
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