दिल्ली का विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिये ‘करो या मरो’ का सवाल बन चुका है। पार्टी ने चुनाव जीतने के लिये वे सारे प्रयत्न किये हैं जिनसे दिल्ली के मतदाता आज तक अनजान ही थे। उदाहरण के लिये, दिल्ली के विधानसभा चुनाव में पहली बार पड़ोसी मुल्क़ पाकिस्तान की भी एंट्री हुई और बीजेपी नेताओं की ओर से कहा गया कि मतदान वाले दिन दिल्ली की सड़कों पर हिंदुस्तान और पाकिस्तान का मुक़ाबला होगा। इसी तरह यह भी पहली बार हुआ कि राज्य के मुख्यमंत्री को विरोधी दल के 'हिंदू कार्ड' का सामना करने के लिये टीवी चैनल पर हनुमान चालीसा पढ़नी पढ़ी।
दिल्ली: हिंदू मतों के ध्रुवीकरण की कोशिश है राम मंदिर पर ट्रस्ट का गठन?
- दिल्ली
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- 6 Feb, 2020
दिल्ली का विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिये ‘करो या मरो’ का सवाल बन चुका है। पार्टी ने चुनाव जीतने के लिये वे सारे प्रयत्न किये हैं जिनसे दिल्ली के मतदाता आज तक अनजान ही थे।
