कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने बुधवार को दिल्ली के दंगा प्रभावित इलाक़ों का दौरा किया। वह एक प्रतिनिधिमंडल के साथ थे।
राहुल ने चांद बाग, भजनपुरा, मुस्तफ़ाबाद और बृज पुरी इलाक़ों में जा कर दंगा प्रभावित लोगों से मुलाक़ात की। उन्होंने बृज पुरी के उस स्कूल का भी मुआयना किया, जिसे 23 और 25 फरवरी के बीच जला दिया गया।
उन्होंने जला हुआ स्कूल देखने के बाद कहा :
“
'स्कूल भारत का भविष्य था। और यहाँ हिंसा और नफ़रत ने इसे नष्ट कर दिया, इससे किसी को कुछ नहीं मिला। हिंसा से भारत और भारत माता को नुक़सान हो रहा है।'
राहुल गाँधी, कांग्रेस नेता
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में कई सांसद थे, ज़्यादातर लोग केरल से थे, उन्होंने चांद बाग का मुआयना किया और स्थानीय लोगों से मुलाक़ात की। इन सांसदों ने संसद में दिल्ली दंगों को उठाने और उस पर सरकार को घेरने की कोशिशें कीं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, 'मैं यहाँ लोगों से मिलने आया था। हमें मिल कर सद्भाव के लिए काम करना होगा। हिंसा होती है तो देश की छवि को नुक़सान पहुँचता है। इन दंगों में सामाजिक सद्भाव और भाईचारे को जला कर राख कर दिया गया।'
लेकिन कांग्रेस नेता के सुरेश ने ऐसा कुछ कह दिया, जिसे सेल्फ़ गोल ही कहा जा सकता है। उन्होंने कह दिया कि चूंकि कांग्रेस से किसी ने दंगा-ग्रस्त इलाक़ों का दौरा नहीं किया, नतीजतन, पार्टी पर दवाब पड़ रहा था। इसलिए कांग्रेस नेता उन इलाक़ों में गए।
बता दें कि फ़रवरी के अंतिम हफ़्ते में दिल्ली के कुछ इलाक़ों में हुए दंगों में 47 लोगों की मौत हुई है और कम से कम 200 लोग घायल हो गए।
पुलिस मामलों की जाँच कर रही है और कई लोगों को गिरफ़्तार भी किया गया है। पर दिल्ली पुलिस उन लोगों को गिरफ़्तार करने में अब तक नाकाम रही है, जिन्होंने भड़काऊ बयान दिए थे।
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