loader

'ऑपरेशन लोटस' के आरोपों पर एलजी क्यों कूदे? केजरीवाल के घर पर ड्रामा

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल के घर पर हंगामा हो गया। केजरीवाल द्वारा गुरुवार को बीजेपी पर 'ऑपरेशन लोटस' का आरोप लगाए जाने के बाद एलजी वीके सक्सेना ने जाँच के आदेश दे दिए और एसीबी के अधिकारी केजरीवाल के घर पर पहुँच गए।

केजरीवाल के घर के बाहर उस समय जबरदस्त ड्रामा हो गया जब बीजेपी के खिलाफ लगाए गए रिश्वतखोरी के आरोपों पर आप प्रमुख से पूछताछ करने गई भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम को अंदर जाने से रोक दिया गया। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि एसीबी उसकी शिकायतों पर कार्रवाई करने के बजाए आम आदमी पार्टी के लोगों को परेशान कर रही है।

ताज़ा ख़बरें

आप की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा, 'बीजेपी अपनी हार से बौखला गई है। अब वह कल के नतीजों से पहले किसी तरह से अरविंद केजरीवाल जी को परेशान करने की कोशिश कर रही है। संजय सिंह जी बीजेपी के खिलाफ हमारी शिकायत दर्ज कराने एसीबी ऑफिस में हैं लेकिन एसीबी यहां बैठकर नौटंकी कर रही है। उनके पास न तो कोई क़ानूनी नोटिस है और न ही कोई स्टाम्प है। यहाँ बिना किसी कागज के आने का क्या मतलब है।'

इससे पहले संजय सिंह ने पत्रकारों से कहा था, '16 से ज़्यादा लोगों को तोड़ने की कोशिश की गई है। हमने एक फ़ोन नंबर का खुलासा किया है। हम एसीबी दफ़्तर में शिकायत दर्ज कराने जा रहे हैं। एसीबी कार्रवाई करने की बजाय ड्रामा क्यों कर रही है? जांच के दौरान सारी बातें सामने आ जाएँगी। जो नंबर ज़ारी किया है, मैं बीजेपी के दलालों से कहना चाहता हूँ कि उस एक पर तो एक्शन लेकर दिखाए।' 

इस विवाद के केंद्र में आप का यह आरोप है कि बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों को पाला बदलने के लिए 15 करोड़ रुपये की पेशकश की। आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने पहले दावा किया था कि पार्टी के 16 उम्मीदवारों को पाला बदलने पर 15-15 करोड़ रुपये और मंत्री पद की पेशकश की गई थी।
आप के आरोपों के खिलाफ दिल्ली बीजेपी सचिव विष्णु मित्तल द्वारा की गई शिकायत के बाद शुक्रवार को उपराज्यपाल ने यह जाँच का आदेश दिया।
मित्तल ने सक्सेना को लिखे अपने पत्र में कहा, 'अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह द्वारा लगाए गए आरोप बहुत गंभीर प्रकृति के हैं और इनकी गंभीर और तत्काल जांच की ज़रूरत है।' उन्होंने कहा कि आप नेताओं ने अपने दावों को पुष्ट करने के लिए कोई सबूत नहीं दिया है। बीजेपी नेता ने कहा, 'चुनाव दो दिन पहले ही संपन्न हुए हैं और इस तरह की झूठी और भ्रामक जानकारी फैलाकर वह दिल्ली में दहशत और अशांति की स्थिति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।' उन्होंने उपराज्यपाल से जांच के लिए एसीबी को लगाने का अनुरोध किया। इसके तुरंत बाद उपराज्यपाल के प्रधान सचिव आशीष कुंद्रा ने एक नोट में कहा कि सक्सेना ने एसीबी को आरोपों की जाँच करने का आदेश दिया है।
दिल्ली से और ख़बरें

जब एक पत्रकार ने संजय सिंह से पूछा कि बीजेपी ने कहा है कि उनके पास अपने दावे के समर्थन में कोई सबूत नहीं है, तो आप सांसद ने कहा, 'मैंने कल मीडिया के सामने इस बारे में बात की थी। वे क्या सबूत मांग रहे हैं? मैंने एक फोन नंबर का उल्लेख किया था, जिससे आप उम्मीदवारों को प्रस्ताव दिया गया था। आपको और क्या सबूत चाहिए?' 

केजरीवाल का प्रतिनिधित्व करने वाले एक वकील ने कहा कि एसीबी के पास कार्रवाई करने का कोई अधिकार नहीं है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, 'उनके पास कोई दस्तावेज नहीं है। यह सब भाजपा द्वारा राजनीतिक ड्रामा रचने की साजिश है।'

आप ने बीजेपी पर यह आरोप तब लगाया जब एग्जिट पोल में 27 साल के बाद बीजेपी की वापसी की संभावना जताई गई है। अधिकतर एग्जिट पोल ने बीजेपी के सत्ता में लौटने के आसार जताए हैं। हालाँकि, अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी ने एग्जिट पोल को खारिज कर दिया है। शनिवार को मतगणना होगी।

(इस रिपोर्ट का संपादन अमित कुमार सिंह ने किया है।)
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

दिल्ली से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें