दिल्ली के कोविड केयर सेंटर में भर्ती एक नाबालिग मरीज़ से एक अन्य मरीज़ ने छेड़छाड़ की और एक अन्य ने उसका वीडियो बना लिया। दोनों आरोपी भी इसी सेंटर में भर्ती हैं। शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है। हालाँकि दोनों अभी कोरोना से संक्रमित हैं, जब उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आएगी तो जेल भेजा जाएगा।
जिस कोविड केयर सेंटर में यह घटना हुई उसका संचालन भारत-तिब्बत सीमा पुलिस यानी आईटीबीपी कर रही है। सेंटर में सुरक्षा के इंतज़ाम काफ़ी चुस्त हैं। सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। इसके बावजूद आरोपियों ने ऐसा दुस्साहस किया। हालाँकि अभी तक ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं आई है कि सेंटर में इस सुरक्षा चूक के लिए किसी को ज़िम्मेदार ठहराया गया है या नहीं।
नाबालिग के साथ यह घटना 15 जुलाई को हुई थी। तब वह रात में कोविड सेंटर में बने टायलेट में जा रही थी। इसी बीच 19 वर्षीय एक युवक ने बाथरूम के अंदर छेड़छाड़ की। एक अन्य 19 वर्षीय युवक ने फ़ोन में इस घटना का वीडियो बना लिया। बताया जाता है कि उस सेंटर में नाबालिग के साथ ही उसके परिवार के अन्य सदस्य कोरोना संक्रमण के चलते भर्ती हैं। नाबालिग ने इस घटना के बारे में अपने परिजन को बताया।
नाबालिग के परिजन ने इसकी शिकायत आईटीबीपी के डॉक्टर से की। इसके बाद पुलिस को बुलाया गया और पूरी घटना की जानकारी दी गई।
इस मामले में अतिरिक्त डीसीपी (दक्षिणी ज़िला) परविंदर सिंह ने कहा, 'हमने दो लोगों के ख़िलाफ़ पोक्सो अधिनियम और आईपीसी की धारा 376 (यौन उत्पीड़न) के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है, लेकिन संस्थागत देखभाल में तब तक बने रहेंगे जब तक कि वे संक्रमण से ठीक नहीं हो जाते। हम मामले की आगे की जाँच कर रहे हैं।'
रिपोर्टों में कहा गया है कि उस कोविड केयर सेंटर में महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग रहने के साथ ही अलग-अलग टायलेट की भी व्यवस्था है। 'द इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के अनुसार सेंटर के एक कर्मी ने कहा, ' लड़की देर रात शौचालय गई। हमें संदेह है कि आरोपी अपराध करने के लिए क्षेत्र में घुस आए। यहाँ पुरुषों और महिलाओं के अलग-अलग बाथरूम हैं। महिलाओं के लिए एक अलग इकाई है। लड़की की काउंसलिंग की जा रही है और वह अपने परिवार के सदस्य के साथ दूसरे केंद्र में है।'
रिपोर्ट में कहा गया है कि जिस दिन नाबालिग अपने परिवार के एक सदस्य के साथ भर्ती हुई थी उसी दिन आरोपी भी अपने परिवार के एक सदस्य के साथ भर्ती हुआ था।
रिपोर्ट के अनुसार दोनों आरोपियों को एम्स में शिफ़्ट किया गया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जब दोनों आरोपियों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आएगी तब उन्हें जेल भेजा जाएगा।
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