दिल्ली में स्थित जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में बीते साल 5 जनवरी को सैकड़ों की संख्या में नक़ाबपोश घुसे, उन्होंने तीन घंटे तक कोहराम मचाया, छात्र-छात्राओं और टीचर्स को पीटा लेकिन साल भर बाद भी इस मामले में कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है। कोई चार्जशीट तक दाख़िल नहीं हुई है और विश्वविद्यालय की ओर से इस मामले में चल रही आंतरिक जांच को भी बंद कर दिया गया है। हिंसा में 36 लोग घायल हुए थे। इनमें टीचर्स और छात्र-छात्राएं शामिल थे।