दिल्ली में नागरिकता क़ानून को लेकर हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) के नौजवान अफ़सर अंकित शर्मा की लाश जाफ़राबाद के नाले में मिली है। इसके बाद से ही शर्मा के घर में कोहराम मचा हुआ है। अंकित आईबी में सुरक्षा सहायक के रूप में काम करते थे और मंगलवार की शाम को वह अपने घर लौट रहे थे। जानकारी के मुताबिक़, चांदबाग पुल पर उन्मादी भीड़ ने उन पर हमला कर दिया और हत्या कर उनकी लाश को नाले में फेंक दिया। अंकित के परिजन उनकी तलाश में जुटे थे लेकिन तभी यह ख़बर सामने आई।
अंकित के पिता रविंदर शर्मा ने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर अपने बेटे पर हमला करने और उसकी हत्या करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अंकित को पीटने के बाद गोली भी मारी गई है। अंकित का शव पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अंकित की मौत को दुखद घटना बताते हुए कहा है कि दोषियों को छोड़ा नहीं जाना चाहिए। बुधवार को दिल्ली हिंसा पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने भी अंकित की मौत को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
दिल्ली में शनिवार शाम को कुछ महिलाएं नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ जाफ़राबाद इलाक़े में धरने पर बैठ गयी थीं। इसके बाद बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने पुलिस से कहा था कि वह सड़क खाली करा लें। इसके बाद रविवार को नागरिकता क़ानून के समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसा हुई थी।
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