जी20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली सज-धज कर तैयार है। 9 और 10 सितंबर को होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन के लिए राष्ट्राध्यक्ष दिल्ली आने लगे हैं। शुक्रवार शाम तक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को भी पहुँचना है। सम्मेलन को सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के लिए कई उपाय किए गए हैं।
इस सम्मेलन के लिए दिल्ली की सड़कों को तो चमकाया ही गया है, सुरक्षा की भी पुख्ता व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के मद्देनज़र ही राजधानी में कई बदलाव किए गए हैं। शुक्रवार सुबह 5 बजे से सख्त यातायात नियम लागू हो गए और रविवार रात 11.59 बजे तक ये जारी रहेंगे। पुलिस ने कहा है कि एम्बुलेंस, दवाइयों और अन्य आवश्यक सेवाओं में काम करने वालों को स्वतंत्र रूप से आने-जाने की अनुमति दी जाएगी।
भारी, मध्यम और हल्के मालवाहक वाहनों को रविवार आधी रात तक दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। शनिवार सुबह 5 बजे से टैक्सियों और ऑटो पर भी यही प्रतिबंध लागू होंगे।
दिल्ली सरकार की एक गजट अधिसूचना में कहा गया है कि नई दिल्ली जिले के पूरे क्षेत्र को रविवार तक 'नियंत्रित क्षेत्र' माना जाएगा। केवल वास्तविक निवासियों, अधिकृत वाहनों और जिले में होटल, अस्पतालों और अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के लिए हाउसकीपिंग, खानपान, कचरा प्रबंधन जैसी सेवाओं में शामिल वाहनों को इंडिया गेट, सी-हेक्सागन और ऐसे अन्य क्षेत्रों में जाने की अनुमति दी जाएगी।
अधिकारियों ने लोगों से पैदल चलने, साइकिल चलाने या पिकनिक के लिए इंडिया गेट और कर्तव्य पथ पर न जाने का आग्रह किया है।
यातायात को आसान बनाने के लिए स्कूल, बैंक और सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे। पड़ोसी राज्यों की सीमाएं भी सील कर दी जाएंगी।
जी20 कार्यक्रम प्रगति मैदान में आयोजित किया जाएगा इसलिए उस क्षेत्र में और उसके आसपास सभी गतिविधियां प्रतिबंधित रहेंगी। इसमें कनॉट प्लेस, छावनी क्षेत्र आदि क्षेत्र शामिल हैं।
हालाँकि, एनडीएमसी क्षेत्र और दिल्ली में मेडिकल दुकानें, किराना दुकानें, दूध बूथ, सब्जी-फल की दुकानें खुली रहेंगी। एटीएम भी चालू रहेंगे। एनडीएमसी जोन में ऑनलाइन फूड डिलीवरी नहीं होगी। अन्य वस्तुओं की भी कोई ऑनलाइन डिलीवरी नहीं होगी।
100,000 से अधिक पुलिस और सुरक्षा कर्मी लड़ाकू विमानों, उन्नत एआई वाले कैमरों, जैमिंग उपकरणों और खोजी कुत्तों के साथ सड़कों पर गश्त करेंगे। अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली पुलिस शहर भर में स्थापित 5,000 सीसीटीवी कैमरों के नेटवर्क की मदद से अपने अत्याधुनिक नियंत्रण कक्ष से शिखर सम्मेलन के दौरान घटनाक्रम पर कड़ी नजर रखेगी।
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