दिल्ली दंगे पर काबू पाने में पुलिस का रवैया हैरान करने वाला रहा है। अब इस इस मामले की जाँच के लिए जो दो विशेष जाँच टीमें यानी एसआईटी बनी हैं, वह भी कम हैरान करने वाली नहीं हैं। दोनों में से हर एसआईटी का नेतृत्व डीसीपी राजेश देव और जॉय टिर्की करेंगे। ये दोनों अफ़सर वही हैं जो जामिया मिल्लिया इसलामिया और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में हिंसा के मामलों की जाँच की निगरानी करते रहे हैं। ये दोनों ऐसे मामले हैं जिनमें सीसीटीवी फुटेज मौजूद हैं। जेएनयू में कई हमलावरों की पहचान भी गई, जामिया में ख़ुद पुलिस फँसती दिखी। लेकिन इन दोनों मामलों में क़रीब दो महीने में नतीजा क्या निकला? क्या यह हैरान करने का मामला नहीं है?
जामिया-जेएनयू जाँच से जुड़े रहे पुलिस अफ़सर करेंगे दिल्ली हिंसा की जाँच
- दिल्ली
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- 28 Feb, 2020
दिल्ली पुलिस ने हिंसा मामले में दो विशेष जाँच दल यानी एसआईटी गठित की है। प्रत्येक एसआईटी का नेतृत्व डीसीपी राजेश देव और जॉय टिर्की करेंगे। तो क्या ये दोनों अफ़सर अब हिंसा भड़काने वालों की पहचान कर पाएँगे?

दिल्ली दंगे की जाँच करने के लिए इन दोनों के नेतृत्व में बनी एसआईटी की जाँच कैसी होगी? क्या भड़काऊ भाषण देने वालों की गिरफ़्तारी होगी? दंगे के साज़िशकर्ताओं तक पुलिस पहुँचेगी? इन सवालों के जवाब उन दोनों अफ़सरों के ट्रैक रिकॉर्ड से ही मिलेंगे।