दिल्ली का कोई भी निजी अस्पताल अब किसी रोगी को यह नहीं कह सकता कि वह किसी और अस्पताल जाकर पहले कोरोना जाँच करवाए और उसकी रिपोर्ट आने और उसमें निगेटिव पाए जाने के बाद ही उसे भर्ती किया जाएगा।