क्या इस बार भी बीजेपी दीवाली के मौके पर पटाखों पर लगी रोक को हिन्दुओं के भावनात्मक मुद्दे से जोड़ कर उसका राजनीतिक फ़ायदा उठाने की कोशिश करेगी?