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एग्ज़िट पोल पिछले चुनावों में कितने सही साबित हुए?

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग ख़त्म होते ही एग्ज़िट पोल के नतीजे आ गए। अधिकतर एग्ज़िट पोल में भविष्यवाणी की गई है कि बीजेपी सत्ता में वापस लौटती दिख रही है। हालाँकि, कुछ एग्ज़िट पोल में आप के सत्ता में लौटने की संभावना भी जताई गई है। दस एग्ज़िट पोल के आधार पर पोल ऑफ़ पोल्स बताता है कि औसत रूप से बीजेपी को 39 सीटें, आप को 30 सीटें और कांग्रेस को 1 सीट मिल सकती है। तो क्या एग्ज़िट पोल के ये नतीजे सटीक होंगे? क्या पहले के चुनाव नतीजे वैसे ही रहे हैं जैसे एग्ज़िट पोल के सर्वे भविष्यवाणी करते रहे हैं?

आइए, जानते हैं कि हाल के वर्षों में दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर एग्ज़िट पोल के सर्वे क्या रहे थे और वास्तव में चुनाव नतीजे क्या रहे थे। 

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2015 के नतीजे व एग्ज़िट पोल

2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर एग्ज़िट पोल और वास्तविक नतीजे बिल्कुल अलग रहे थे। अधिकतर एग्ज़िट पोल ने आप की जीत की भविष्यवाणी तो की थी, लेकिन इसने बीजेपी के साथ कड़ा मुक़ाबला दिखाया था। पर जब नतीजे आए तो वे बिल्कुल एकतरफ़ा रहे। एक भी एग्ज़िट पोल उस वास्तविक नतीजे के आसपास भी नहीं थे। 

2015 में इंडिया टीवी सी-वोटर ने आप को 35-43, बीजेपी को  25-33, कांग्रेस को 0-2 सीटें मिलने के आसार बताए थे। इंडिया टुडे-सिसरो के सर्वे में कहा गया था कि आप को 38-46, बीजेपी को 19-27, कांग्रेस को 3-5 व अन्य को 0-2 सीटें मिल सकती हैं। एबीपी निल्सन ने अनुमान लगाया था कि आप को 43, बीजेपी को 26 और कांग्रेस को 1 सीट मिल सकती है।

टुडेज चाणक्य ने आप को 48 व बीजेपी को 22, एक्सिस ने आप को 53 व बीजेपी को 17, डाटा मिनेरिया ने आप को 31, बीजेपी को 35 व कांग्रेस को 4 सीटें मिलने की संभावना जताई थी। न्यूज़ नेशन ने आप को 41-45, बीजेपी को 23-27, कांग्रेस को 1-3 व अन्य को 0-1 सीट मिलने की भविष्यवाणी की थी। 
लेकिन जब वास्तविक नतीजे आए तो सभी एग्ज़िट पोल धाराशायी रह गए। 2015 के चुनाव में आप ने 70 में से 67 सीटें जीत लीं और बीजेपी सिर्फ़ तीन सीटों पर सिमट गई।

2020 के चुनाव नतीजे भी क़रीब-क़रीब वैसे ही रहे थे, लेकिन एग्ज़िट पोल कुछ उस तरह के नहीं रहे थे। जन की बात ने आप को 55 व बीजेपी को 15, टाइम्स नाउ ने आप को 47 व बीजेपी को 23, न्यूज़ एक्स-नेता और इंडिया न्यूज़ नेशन ने आप को 55, बीजेपी को 14 व कांग्रेस को 1 सीट मिलने के आसार बताए थे। पैट्रिएटिक वोटर ने आप को 59, बीजेपी को 10 व कांग्रेस को 1 सीट मिलने की बात कही थी। हालाँकि, दो सर्वे कुछ हद तक सही साबित हुए थे, लेकिन इन दोनों ने सीटों का अंतर काफी ज़्यादा रखा था। 

इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया ने आप को 59-68, बीजेपी को 2-11 सीटें मिलने के आसार बताए थे। एबीपी सी वोटर ने भी कहा था कि आप को 51-65, बीजेपी को 3-17 और कांग्रेस को 0-2 सीटें मिल सकती हैं। हालाँकि जब वास्तविक नतीजे आए तो आप ने 62 सीटें जीती थीं और बीजेपी 8 सीटों पर ही रह गई थी। 

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अन्य राज्यों में कैसे रहे थे एग्ज़िट पोल

2018 में राजस्थान के लिए सभी प्रमुख एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की थी कि कांग्रेस 200 सदस्यीय विधानसभा में 100 सीटों के बहुमत के आँकड़े को पार कर जाएगी। सीवोटर ने कहा था कि बीजेपी को 60, कांग्रेस को 137 सीटें मिलेंगी। सीएनएक्स के अनुसार बीजेपी को 85, कांग्रेस को 105, इंडिया टीवी ने बीजेपी को 80-90 व कांग्रेस को 100-110, एक्सिस माय इंडिया ने बीजेपी को 55-72, कांग्रेस को 119-141, जन की बात ने बीजेपी को 93 व कांग्रेस को 91 सीटें मिलने के आसार बताए थे। जबकि वास्तविक नतीजों में बीजेपी को 73, कांग्रेस को 100 सीटें मिली थीं। 

मध्य प्रदेश में 2018 में सीवोटर ने कांग्रेस को 110-126, बीजेपी को 90-106 सीटें मिलने के आसार बताए थे। इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया ने कांग्रेस को 104-122, बीजेपी को 102-120, सीएनएक्स ने कांग्रेस को 89, बीजेपी को 126 सीटें मिलने का अनुमान बताया था। जन की बात ने कांग्रेस को 105, बीजेपी को 118, सीएसडीएस ने कांग्रेस को 126, बीजेपी को 94 सीटें मिलने की संभावना जताई थी। जबकि वास्तविक नतीजे आए थे तो कांग्रेस को 114 और बीजेपी को 109 सीटें मिली थीं।

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2018 में तेलंगाना में पांच प्रमुख एग्जिट पोल ने भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को बहुमत की भविष्यवाणी की थी, लेकिन इसकी जीत के पैमाने की भविष्यवाणी करने में विफल रहे। एग्ज़िट पोल के औसत ने सत्तारूढ़ पार्टी की संख्या 68 बताई, जिसमें बीआरएस अंततः 119 सदस्यीय विधानसभा में 88 सीटें जीतने में सफल रही। सर्वेक्षणों में कांग्रेस की संभावनाओं को भी बढ़ा-चढ़ाकर आंका गया और उसे 39 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया, जबकि उसकी वास्तविक संख्या सिर्फ 19 थी।

2018 में छत्तीसगढ़ में सात एग्ज़िट पोल के औसत ने भाजपा और कांग्रेस को 42-42 सीटों पर दिखाया था, लेकिन नतीजे में कांग्रेस के लिए आश्चर्यजनक रूप से आरामदायक जीत हुई। कांग्रेस 68 सीटें और बीजेपी 15 सीटें जीत पाई थी। इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया ने कांग्रेस के लिए सबसे सटीक भविष्यवाणी की थी, लेकिन उसने भी भाजपा के प्रदर्शन को कम करके आंका। सीवोटर कांग्रेस के बहुमत की भविष्यवाणी करने वाला एकमात्र अन्य सर्वेक्षण था। टाइम्स नाउ-सीएनएक्स, एबीपी न्यूज-सीएसडीएस और इंडिया टीवी-सीएनएक्स ने बीजेपी को बहुमत मिलने की भविष्यवाणी की थी।

लोकसभा चुनाव 2024 में क्या रहा था?

लोकसभा चुनाव 2024 में एक भी एग्ज़िट पोल सही नहीं रहा था। एग्ज़िट पोल करने वाली कुछ एजेंसियों के तो चैनलों के साथ कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिए गए। दो एग्ज़िट पोल को छोड़कर सभी ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को बंपर सीटों से जीत होने की संभावना जताई थी। कुछ ने तो 400 से ज़्यादा सीटें दे दी थीं। अधिकतर ने 350 से ज़्यादा सीटें दी थीं। कुल मिलाकर 13 सर्वे एजेंसियों ने एनडीए की बंपर जीत की भविष्याणवी की थी। एक सर्वे ने इंडिया गठबंधन को बहुमत दिया था और एक सर्वे ने त्रिशंकु लोकसभा के आसार बताए थे। लेकिन इनमें से कोई भी सही साबित नहीं हो पाया। वास्तव में जब नतीजे आए तो एनडीए को 293 सीटें ही मिल पाईं जबकि इंडिया गठबंधन को 234 सीटें और अन्य को 16 सीटें मिलीं। 

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क़मर वहीद नक़वी
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