I am writing to all CMs requesting them to provide oxygen to Delhi, if they have spare. Though Central govt. is also helping us, the severity of corona is such that all available resources are proving inadequate.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 24, 2021
ऑक्सीजन की कमी से मौत
अरविंद केजरीवाल के इस ट्वीट के एक दिन पहले शुक्रवार की रात दिल्ली स्थित जयपुर गोल्डन अस्पताल में ऑक्सीजन के अभाव में कोरोना के 25 रोगियों की मौत हो गई। वहाँ ऑक्सीजन ख़त्म हो गया था और समय पर ऑक्सीजन नहीं पहुँच सका।
संयंत्र नहीं तो ऑक्सीजन नहीं मिलेगी?
इसके पहले गुरुवार को प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्रियों की बैठक में केजरीवाल ने सवाल उठाया था कि दिल्ली में ऑक्सीजन का संयंत्र नहीं है तो क्या दिल्ली के 2 करोड़ लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिलेगी।
उन्होंने मोदी से पूछा था कि 'अगर दिल्ली में फैक्ट्री नहीं है तो क्या जिस राज्य में हैं, वे नहीं देंगे? अगर कोई राज्य दिल्ली के कोटे की ऑक्सीजन रोक लें तो मैं केंद्र में फोन उठाकर किससे बात करूं?'
अदालत ने केंद्र से जताई नाराज़गी
शनिवार को ही दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा कि वह बताए कि दिल्ली को कितनी ऑक्सीजन मिलेगी और कैसे आएगी?
इसके पहले दिल्ली सरकार ने अदालत में कहा था कि उसे शुक्रवार तक सिर्फ 296 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली थी, जो 480 मीट्रिक के कोटे से बहुत ही कम है। उसने यह भी कहा था कि कोटे की 480 मीट्रिक टन ऑक्सीजन दिलाई जाए, वर्ना पूरी व्यवस्था चौपट हो जाएगी। हर मिनट जान जा रही हैं।
याचिका पर बहस के दौरान केंद्र के वकील ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें खुद ही टैंकर का इंतजाम कर रही हैं। इसी तरह नाइट्रोजन और ऑर्गन को ऑक्सीजन टैंकर में तब्दील किया जा रहा है।
इस पर दिल्ली हाईकोर्ट ने नाराजगी जताते हुए कहा कि जिन राज्यों में तरह का उद्योग नहीं है, वह टैंकरों का इंतजाम कहाँ से करेंगे?
बता दें कि दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 348 लोगों की मौत कोरोना से हो गई, जो अब तक का रिकॉर्ड है। इस दौरान कोरोना के 24,331 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
इसके साथ ही दिल्ली में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 9,80,679 हो गई और सक्रिय कोरोना मामले बढ़कर 92,000 हो गए। रष्ट्रीय राजधानी में अब तक कोरोना वायरस से 13,541 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही पॉजिटिविटी रेट 32% से ऊपर हो गई है।
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