36 साल की छोटी सी उम्र में वतन के लिए सीमा पर लड़कर शहीद होने वाले ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान की क्रब को भारतीय सेना ने मरम्मत कर दुरुस्त कर दिया है। ब्रिगेडियर उस्मान की कब्र पर तोड़फोड़ की गई थी, जिस पर सेना ने गहरी नाराज़गी जताई थी। ब्रिगेडियर उस्मान की कब्र दक्षिणी दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इसलामिया विश्वविद्यालय के कैंपस में बने क्रबिस्तान में है। ब्रिगेडियर उस्मान ने भारत-पाकिस्तान के 1947-48 के युद्ध में शहादत दी थी।
दिल्ली: शहीद ब्रिगेडियर उस्मान की कब्र की हुई मरम्मत
- दिल्ली
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- 31 Dec, 2020
36 साल की छोटी सी उम्र में वतन के लिए सीमा पर लड़कर शहीद होने वाले ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान की क्रब को भारतीय सेना ने मरम्मत कर दुरुस्त कर दिया है।

ब्रिगेडियर उस्मान के बारे में कहा जाता है कि मोहम्मद अली जिन्ना और लियाकत अली ने तमाम कोशिशें की थी कि वे मुल्क़ के विभाजन के बाद भारत में रहने का फ़ैसला बदल दें लेकिन उस्मान पाकिस्तान नहीं गए। यहां तक कि उन्हें पाकिस्तान का आर्मी चीफ़ बनने का भी ऑफ़र दिया था। लेकिन उस्मान ने इसे ठुकरा दिया था।