दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं का धरना शुरू हो चुका है। बीजेपी का आरोप है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल के सरकारी आवास के नवीनीकरण पर कथित रूप से 45 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। बीजेपी ने सरकारी आवास को राजमहल नाम दिया है। धरने का आह्वान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने किया है।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी दो तरफा लड़ाई के बीच में फंसी हुई है। एक लड़ाई एलजी बनाम केजरीवाल सरकार है तो दूसरी लड़ाई भाजपा बनाम आप है। भ्रष्टाचार के तमाम आरोपों में दिल्ली सरकार के खिलाफ कई केंद्रीय एजेंसियों की जांच चल रही है। केजरीवाल के दो विश्वस्त मंत्री रहे मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन इस समय जेल में हैं। दोनों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं।
केजरीवाल क्यों टारगेट पर
मंत्रियों पर करप्शन के आरोपों के जरिए बीजेपी और एलजी के निशाने पर केजरीवाल ही रहे हैं। लेकिन एलजी और बीजेपी ने अब केजरीवाल को सीधे टारगेट किया है। यह मामला उनके सरकारी आवास के रिनोवेशन पर किया गया खर्च है। दिल्ली बीजेपी ने आरोप लगाया है कि 'जिस केजरीवाल ने कहा था कि हम गाड़ी-बंगला नहीं लेंगे, उसी ने बंगले की मरम्मत पर 45 करोड़ रुपये ख़र्च कर दिए। केजरीवाल ने एक-एक पर्दे पर आठ-आठ लाख रुपये ख़र्च किए हैं।
हालांकि बीजेपी ने 45 करोड़ की करप्शन का आरोप अपनी जांच के आधार पर नहीं लगाया है। बीजेपी ने बीजेपी ने ये आरोप टाइम्स नाउ नवभारत की एक रिपोर्ट के हवाले से लगाए हैं। इस रिपोर्ट का नाम 'ऑपरेशन शीशमहल' दिया गया था। टाइम्स नाउ नवभारत की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सीएम आवास में 23 पर्दे लगाने के ऑर्डर दिए गए, जिसमें शुरुआत में 8 पर्दे लगे जिसकी क़ीमत 45 लाख रुपये है। इसमें आगे कहा गया है कि दूसरे फेज में 51 लाख की क़ीमत के 15 पर्दे लगाए जाने हैं। घर में सरकारी खर्च से 1 करोड़ रुपये से अधिक के विदेशी मार्बल लगाने का आरोप भी है। ये सारा खर्च तब करने का आरोप है, जब दिल्ली सहित पूरा भारत कोरोना से जूझ रहा था। अस्पतालों में बेड नहीं थे। बिना इलाज लोगों की मौतें हो रही थीं।
एलजी ने कागजात कब्जे में लेने को कहा
इस मीडिया रिपोर्ट के आते ही बीजेपी और एलजी ने हमला तेज कर दिया। एलजी ने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी को निर्देश दिया कि वो केजरीवाल के सरकारी आवास की मरम्मत से संबंधित सारे दस्तावेज अपने कब्जे में ले लें।
आप का जवाब
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने केजरीवाल पर लगे सीधे आरोपों का तरह तरह से जवाब देने की कोशिश की। पार्टी की ओर से कहा गया कि देश के सामने मौजूद गंभीर मुद्दों' पर चर्चा से बचने के लिए दस्तावेजों के कथित तौर पर लीक होने के पीछे भाजपा का हाथ है। फिर आप सांसद संजय सिंह मैदान में उतरे। पिछले बुधवार को उन्होंने कहा था कि बीजेपी पुलवामा जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए सीएम केजरीवाल के घर पर चर्चा कराई जा रही है। दिल्ली के सीएम का आधिकारिक आवास 80 साल पुराना था। सीएम के माता पिता जहां रहते थे केजरीवाल भी वहीं रहते थे, वहां की छत गिर गई, सीएम जिस हॉल में लोगों से मिलते थे उसकी भी छत गिर गई थी। पीडब्ल्यूडी ने भी अपनी रिपोर्ट में नया घर बनाने की सिफारिश की थी।
संजय सिंह ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जो खुद को फकीर कहते हैं उनके लिए 500 करोड़ रुपये में नया घर बन रहा है। पीएम अभी जहां रह रहे हैं, उस घर को ठीक करने में भी 90 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। प्रधानमंत्री एक लाख 60 हजार का चश्मा इस्तेमाल करते हैं। उनके काफिले में जो कार चलती है वो है 12 करोड़ की है।
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