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दिल्ली: मनोज जी, आप ट्वीट डिलीट करेंगे या हम सेव करें? 

दिल्ली में सरकार बनाने का ख़्वाब देख रही बीजेपी को नतीजों से करारा झटका लगा है। चुनाव नतीजों में आम आदमी पार्टी की आंधी चली है और उसे 62 सीटों पर जीत मिली है जबकि बीजेपी को सिर्फ़ 8 सीटें मिली हैं। कांग्रेस अपने पुराने प्रदर्शन में एक भी सीट का इज़ाफा नहीं कर सकी और इसका मतलब यह कि वह शून्य से आगे नहीं बढ़ सकी। एग्जिट पोल के नतीजे आने के बाद जब यह लगभग तय हो गया था कि आम आदमी पार्टी आसानी से सरकार बना लेगी तो दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने ट्वीट कर कहा था कि उनकी पार्टी 48 सीटें जीतेगी। 
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तिवारी ने ट्वीट कर कहा था, ‘ये सभी एग्ज़िट पोल फ़ेल होंगे, मेरा ये ट्वीट संभालकर रखियेगा, बीजेपी दिल्ली में 48 सीटें लेकर सरकार बनायेगी। कृपया ईवीएम को दोष देने का अभी से बहाना ना ढूँढ़ें।’ इस ट्वीट के बाद जो लोग सबसे ज्यादा परेशान हुए, वे आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता थे। वे सिर पकड़कर बैठे थे कि आख़िर जब सभी एग्जिट पोल दिल्ली में उनकी ऐतिहासिक जीत की भविष्यवाणी कर रहे हैं तो फिर मनोज तिवारी के इस ट्वीट का क्या मतलब है। इसके बाद पार्टी के नेताओं को ईवीएम में छेड़छाड़ की आशंका सताने लगी। पार्टी ने अपने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे स्ट्रांग रूम के बाहर मुस्तैदी से तैनात रहें। 

नतीजे आने शुरू हुए तो आम आदमी पार्टी ने पहले, दूसरे राउंड में ही रफ़्तार पकड़ ली और दिन चढ़ने तक पार्टी की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया। इसके बाद लोगों ने मनोज तिवारी से पूछा कि वे इस ट्वीट का क्या करें क्योंकि चुनाव नतीजे तो पूरी तरह उलट हो चुके थे। नतीजे आने के बाद जब पत्रकारों ने उनसे इस बारे में पूछा तो तिवारी ने हंसते हुए कहा कि वे अब इस ट्वीट को संभाल कर ही रखें। 
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कुल मिलाकर बीजेपी की हार के बाद तिवारी के लिये यह ट्वीट मुसीबत बन गया। बीजेपी के नेता भी चुनाव नतीजे आने के बाद यह सवाल पूछते देखे गये कि आख़िर किस आधार पर तिवारी ने यह ट्वीट किया। जबकि एग्जिट पोल बड़ी हार की भविष्यवाणी पहले ही कर चुके थे। कुल मिलाकर बीजेपी को दिल्ली चुनाव में हार तो मिली ही बड़ी जीत हासिल करने के उसके दावे भी खोखले निकले। 

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क़मर वहीद नक़वी
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