अरविंद केजरीवाल को लेकर बीजेपी ने सोमवार को हमला तेज कर दिया है। इसने हमला तब बोला जब रिपोर्टों के अनुसार ईडी ने कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने पूछताछ में आप के अन्य सदस्यों के बारे में झूठे और विरोधाभासी सबूत दिए और कथित घोटाले की जाँच से संबंधित जानकारी छिपाई है। बीजेपी ने ये हमले इसलिए किए क्योंकि एजेंसी ने दावा किया कि केजरीवाल ने कहा कि आप के पूर्व कमिश्नर विजय नायर आतिशी और सौरभ भारद्वाज को रिपोर्ट करते थे। इस पर आप ने जवाब दिया है और कहा है कि जब डेढ़ साल पहले विजय नायर को हिरासत में लिया गया था तभी उन्होंने यही कहा था कि 'मैं मुख्यमंत्री को रिपोर्ट नहीं करता, मैं आतिशी और सौरभ भारद्वाज को रिपोर्ट करता हूँ'। उन्होंने पूछा कि अब इस बयान पर जोर क्यों दिया जा रहा है?
अदालत सोमवार को ईडी की उस याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसमें मुख्यमंत्री की 15 दिनों की न्यायिक हिरासत की मांग की गई थी। इस अनुरोध को स्वीकार कर लिया गया और केजरीवाल को 15 अप्रैल तक दिल्ली की तिहाड़ जेल भेज दिया गया।
केजरीवाल को जेल भेजे जाने के बाद बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, '... ऐसी खबरें हैं कि अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुख्य आरोपी विजय नायर आतिशी और सौरभ भारद्वाज को रिपोर्ट करता था। दिल्ली सरकार की शराब नीति की स्थिति स्पष्ट होती जा रही है। यह देखना होगा कि क्या केजरीवाल इस्तीफा देते हैं या नई राजनीति की ओर बढ़ते हैं...'।
एनडी गुप्ता के बारे में पूछे जाने पर केजरीवाल ने कथित तौर पर विरोधाभासी बयान भी दिए। ईडी के अनुसार केजरीवाल ने सबसे पहले गुप्ता को पार्टी के कामकाज की जानकारी रखने वाले एक वरिष्ठ नेता के रूप में पहचाना। ईडी की रिमांड कॉपी सार्वजनिक होने के बाद बीजेपी का लगातार चौतरफा हमला जारी है।
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— Jasmine Shah (@Jasmine441) April 1, 2024
एजेंसी ने दावा किया कि केजरीवाल ने कहा है कि आप के पूर्व कमिश्नर विजय नायर दिल्ली के मंत्रियों- आतिशी और सौरभ भारद्वाज को रिपोर्ट करते थे, और नायर के साथ उनकी बातचीत सीमित अवधि की थी। हालाँकि, ईडी ने नायर के बयानों की ओर इशारा किया, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि वह एक कैबिनेट मंत्री को आवंटित बंगले में रहे और केजरीवाल के कार्यालय से काम किया।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार एजेंसी ने कहा कि केजरीवाल यह बताने में विफल रहे कि नायर - जो सरकारी गवाह बनने तक एक मुख्य आरोपी भी थे - ने 'शराब व्यवसाय में शामिल सह-अभियुक्त व्यक्तियों के साथ 10 से अधिक बैठकें क्यों कीं'। ईडी ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री इस और अन्य सवालों से बचते रहे।
इस बीच, केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय का रुख किया और तर्क दिया कि एजेंसी द्वारा मौलिक अधिकारों का उल्लंघन किया गया है। अदालत ने ईडी को नोटिस जारी किया और सुनवाई बुधवार को फिर से शुरू होगी।
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