चुनाव आयोग में दो चुनाव आयुक्तों के पद रिक्त हैं। इन रिक्त पदों को भरने के लिए प्रधानमंत्री की अगुवाई वाली चयन समिति की14 मार्च को बैठक होने वाली है। चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय की पिछले महीने हुई सेवानिवृति और चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के अचानक हुए इस्तीफे के कारण तीन सदस्यीय चुनाव आयोग में दो पद खाली हो गए हैं।
इन रिक्तियों को भरने के लिए हो रही इस बैठक से पहले विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी जो खुद इस तीन सदस्यीय समिति में शामिल हैं ने सरकार को एक पत्र लिखा है। अपने पत्र में उन्होंने दोनों चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों प्रोफाइल से संबंधित जानकारी देने वाला डोजियर यानी फाइल मांगी है।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय कानून और न्याय मंत्रालय के विधायी विभाग और कानूनी मामलों के विभाग के सचिव राजीव मणि को लिखे एक पत्र में, चौधरी ने मुख्य सूचना आयुक्त और सूचना आयुक्तों और प्रमुखों के चयन के संबंध में सरकार द्वारा अपनाई जाने वाली प्रक्रिया का उल्लेख किया है। उन्होंने सरकार से समान प्रक्रिया का पालन करने को कहा है।
लोकसभा में सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता के रूप में, चौधरी प्रधान मंत्री के नेतृत्व वाले पैनल के सदस्य भी हैं जो सीआईसी और सीवीसी का चयन करते हैं। अधीर रंजन चौधरी ने अपने पत्र में लिखा है कि खोज समिति द्वारा चुने गए व्यक्तियों की बायो-प्रोफाइल चयन समिति की बैठक से पहले ही रखना आवश्यक होगा।
इससे मामले में तर्कसंगत निर्णय लेने में आसानी होगी। इसलिए, मैं अनुरोध करूंगा कि नियुक्ति के लिए विचार किए जाने वाले शॉर्टलिस्ट किए गए व्यक्तियों के बायो-प्रोफाइल वाले 'डोजियर' को बैठक से काफी पहले सदस्यों को उपलब्ध कराया जाए।
समिति में प्रधानमंत्री, प्रधानमंत्री द्वारा नामित एक केंद्रीय मंत्री और विपक्ष के नेता या लोकसभा में सबसे बड़े विपक्षी दल के नेता शामिल हैं।
सूत्रों के मुताबिक, दो नए चुनाव आयुक्तों की जल्द ही नियुक्ति होने की संभावना है। दोनों नए चुनाव आयुक्त मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के साथ लोकसभा चुनाव कराने के काम में शामिल होंगे।
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