दिल्ली में फिर से ऑड-ईवन की वापसी होगी। इस बार ऑड-ईवन 4 नंवबर से 15 नवंबर के बीच लागू होगा। इस हिसाब से दिल्ली में 4, 6, 8, 10, 12 और 14 नवंबर को ईवन नंबर वाली गाड़ियाँ चलेंगी, जबकि 5, 7, 9, 11, 13 और 15 नंवबर को ऑड नंबर वाली गाड़ियाँ चलेंगी।
दिल्ली सरकार प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए इस योजना को फिर से लागू करेगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर ऑड-ईवन लागू करने की शुक्रवार को घोषणा की। सीएम केजरीवाल के मुताबिक़ नवंबर के महीने में दिल्ली के आस-पास के कई राज्यों में पराली जलाने के कारण दिल्ली गैस चैंबर बन जाती है। इसी कारण यह फ़ैसला लिया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी सरकार लोगों के लिए प्रदूषण मास्क N 95 भी बाँटेगी।
दिल्ली में प्रदूषण पर पड़ोसी राज्यों का काफ़ी ज़्यादा असर होता है। प्रेस कॉन्फ़्रेंस में मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि आसपास के राज्यों में पराली जलाने से बढ़ने वाले प्रदूषण को नियंत्रित किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पराली प्रदूषण कम करने के कई फ़ैसले किए गए हैं।
पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से फैलने वाले प्रदूषण को कम करने का तो प्रयास किया ही जाएगा, शहर में भी विशेष प्रयास किए जाएँगे। उन्होंने कहा, 'दिल्ली में अगले 8-10 महीने में 4,000 बसें आ जाएँगी। बस एग्रीगेटर पॉलिसी जल्द अनाउंस करेंगे, जिससे लोग अपनी गाड़ी छोड़कर लक्ज़री बस में सफर करेंगे। बसों का रूट रैश्लाइजेशन करेंगे, जो अगले 2-3 साल में लागू होगा। लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए इलेक्ट्रिक वाहन होंगे।' इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी को जल्द ही नोटिफ़ाई करने की बात कही गई।
पेड़ों की होम डिलिवरी होगी : केजरीवाल
दिल्ली में प्रदूषण से काफ़ी ज़्यादा स्थिति ख़राब है। इसी बात की ओर इशारा करते हुए केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 12 जगहों पर काफ़ी प्रदूषण है। उन्होंने आगे कहा कि ये हॉटस्पॉट हैं और हम यहाँ विशेष काम करेंगे। उन्होंने प्रदूषण पर लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूलों में अभियान चलाने पर भी ज़ोर दिया। केजरीवाल ने कहा कि पेड़ लगाने के लिए भी लंबा अभियान चलाया जाएगा, जिसमें पेड़ों की होम डिलिवरी की जाएगी।
नए ट्रैफ़िक नियमों पर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब चाहते हैं कि ट्रैफ़िक सुधरे और ऐक्सिडेंट बंद हों। उन्होंने नये ट्रैफ़िक नियमों की सरसरी तौर पर तारीफ़ भी की और कहा कि नये नियम लागू होने से दिल्ली की ट्रैफ़िक व्यवस्था में सुधार आया है और हमारी इसपर नज़र बनी हुई है।
बता दें कि दिल्ली में अब तक दो बार ऑड-ईवन लागू हो चुका है। पहली बार 2016 में एक से 15 जनवरी तक और फिर उसी साल 15 से 30 अप्रैल तक लागू किया गया था। जब पहली बार ऑड-ईवन लागू हुआ था तब इस पर काफ़ी विवाद हुआ था और मामला एनजीटी यानी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में पहुँचा था। तब एनजीटी ने दिल्ली सरकार को ऑड-ईवन शर्तों के साथ लागू करने का आदेश दिया था। इसके बाद दिल्ली सरकार ने तब रिव्यू पिटीशन दायर की थी। अपनी रिव्यू पिटीशन में सरकार ने एनजीटी से कहा था कि वह बाक़ी और राज्यों में भी ऑड-ईवन लागू करने का आदेश दे। इसमें दिल्ली से लगे राज्य पंजाब, हरियाणा, यूपी और राजस्थान शामिल थे। हालाँकि एनजीटी ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया था।
दोपहिया वाहनों और महिलाओं को ऑड-ईवन के दौरान किसी भी तरह की कोई छूट देने को लेकर एनजीटी ने मना कर दिया था। महिलाओं को ऑड-इवन में छूट देने पर दिल्ली सरकार ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि ऑड-ईवन के दौरान पब्लिक ट्रांसपोर्ट पहले ही भीड़-भाड़ वाला होता है। ऐसे में अगर महिलाओं को भी शामिल किया जाए तो ये सफ़र उनके लिए बेहद तकलीफदेह सफर साबित होगा।
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