नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ मार्च निकाल रही जामिया की छात्राओं ने आरोप लगाया है कि पुलिस वालों ने उनके प्राइवेट पार्ट्स पर चोट किए हैं। इस मामले में 10 छात्राओं को अस्पताल में दाखिल कराया गया है। डॉक्टरों ने प्राइवेट पार्ट्स में ज़ख़्म के निशान पाए जाने की पुष्टि की है।