बीती रात तक देख ही डाली। सूत्र रूप में बोलें तो ‘महारानी-2’ की उपलब्धि यही है कि आप इसे बड़ी सहजता से देख जाते हैं। अपने आसपास की जानी-समझी लेकिन कुछ नई परतें खोलती कहानी जैसी। देखते हुए वेब सीरीज वाली प्रचलित मरामारी, खूनखराबा और भयंकर गालियाँ नहीं झेलनी पड़तीं। खूनखराबा भी एक ठहराव, संतुलन के साथ दिखता है। अभिनय दमदार है और प्रायः सभी जाने-अनजाने चेहरे किरदार के प्रति न्याय करते हैं। संवाद और स्क्रिप्ट पर बढ़िया काम हुआ है। अपराध और राजनीति के गठजोड़ वाली कहानियों की भीड़ में एक और की चुनौती को भी यह बखूबी झेल जाती है। पहले सीजन की कमियों से पार पाती हुई। अक्सर एक थियेट्रिकल अनुभव देती हुई। फिर भी कुछ है, जिस पर बात करना बनता है।