वी शांताराम और ख्वाजा अहमद अब्बास के रिश्ते शुरू में अच्छे नहीं थे। ख्वाजा अहमद अब्बास ने अपनी आत्मकथा ‘आई एम नॉट इन आयलैंड’ में वी शांताराम से अपनी मुलाक़ात और संबंध का ज़िक्र किया है। उन्होंने लिखा है,