सोनीलिव पर आ रही वेब सीरीज़ ‘अनदेखी’ में बरुन घोष की प्रभावकारी भूमिका से दिब्येन्दु भट्टाचार्य ने सभी का ध्यान खींचा है। बरुन घोष कोलकाता पुलिस का डीएसपी है, जो सुंदरबन से दो लड़कियों की तलाश में मनाली आया है। गुलथुल शरीर का प्रौढ़ डीएसपी सिस्टम का अपने पक्ष में इस्तेमाल करते हुए ताक़तवर जमात के ख़िलाफ़ खड़ा होता है। उस किरदार में दिब्येन्दु भट्टाचार्य की सहजता और स्वाभाविकता आकर्षित करती है। उसकी बोलती-चमकती आँखों में ईमानदारी और वर्दी का आत्मविश्वास कौंधता है।
क्या आप देबू- दिब्येन्दु भट्टाचार्य को जानते हैं?
- सिनेमा
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- 17 Jul, 2020

देबू सिर्फ़ एक नाम नहीं है। देबू उन सभी को रिप्रेजेंट करता है जो फ़िल्म इंडस्ट्री के दरवाज़े पर ज़ोरदार दस्तक दे रहे हैं और जब तक उन्हें भीतर आने और बैठने की जगह नहीं दी जाएगी, तब तक वे सब नहीं हटेंगे। हार मान लेने का तो सवाल ही नहीं उठता। इन पर मीडिया की नज़र भी नहीं है क्योंकि वह सब अभी सेलेबल कमोडिटी नहीं बने हैं।
इस दिब्येन्दु भट्टाचार्य को मैं दो दशकों से जानता हूँ। उसकी इस पहचान की तैयारी का साक्षी रहा हूँ। कुछ सालों पहले देबू को तमाम प्रतिभाशाली आउटसाइडर का प्रतिनिधि बना कर मैंने कुछ लिखा था। फ़िलहाल आउटसाइडर को लेकर चल रहे विमर्श में यह प्रासंगिक हो गया है। देबू को 20 सालों के बाद ऐसी पहचान मिली है। देबू ने बगैर शिकायत किये अभिनय का अभ्यास जारी रखा और मिले अवसरों में बेहतरीन प्रदर्शन किया। कभी निराशा और हताशा को चेहरे और बातचीत में नहीं आने दिया। क्षेत्र विशेष और रंग की वजह से मेरे परिचित निर्देशकों ने भी उसे अपने प्रोजेक्ट में नहीं लिया। वे सभी धारणाओं और चलन के शिकार रहे। अभी सुना है कि वे सभी उसे याद कर रहे हैं। उसकी तारीफ़ कर रहे हैं। साथ काम करने की इच्छा जता रहे हैं...