वेब सीरीज़- ब्लैक विडोज
डायरेक्टर- बिरसा दासगुप्ता
स्टार कास्ट- शमिता शेट्टी, स्वास्तिका मुखर्जी, मोना सिंह, शरद केलकर, परमब्रत चट्टोपाध्याय, श्रुति व्यास, आमिर अली, राइमा सेन
स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म- ज़ी 5
रेटिंग- 4/5
ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म ज़ी5 पर वेब सीरीज़ 'ब्लैक विडोज़' रिलीज़ हुई है, जो कि फ़िनलैंड की एक चर्चित वेबसीरीज़ ‘मुस्टट लेस्केट’ का हिंदी वर्जन है। वेब सीरीज़ का निर्देशन डायरेक्टर बिरसा दासगुप्ता ने किया है। सीरीज़ में मोना सिंह, स्वास्तिका मुखर्जी, शरद केलकर, शमिता शेट्टी, परमब्रत चट्टोपाध्याय और श्रुति व्यास लीड रोल में हैं। ऐसे तो कई मर्डर मिस्ट्री सीरीज़ रिलीज़ होती रहती हैं लेकिन 'ब्लैक विडोज़' के नाम की तरह ही इसकी कहानी भी दिलचस्प है।
नॉर्थ अमेरिका में ब्लैक विडो नाम की एक ज़हरीली मकड़ी पाई जाती है, जो कि भूख लगने पर अपने साथी को ही मारकर खा जाती है। ऐसे ही सीरीज़ 'ब्लैक विडोज़' की कहानी है।
वेब सीरीज़ में क्या है ख़ास?
'ब्लैक विडोज़' की कहानी तीन सहेलियों वीरा (मोना सिंह), जयती (स्वास्तिका मुखर्जी) और कविता (शमिता शेट्टी) से शुरू होती है। तीनों ही अपनी शादी में ख़ुश नहीं हैं और अपने पतियों की हरकतों से तंग आ चुकी हैं। तीनों मिलकर अपने पतियों को एक बॉम्ब ब्लास्ट में मारने का प्लान बनाती हैं और यह प्लान कामयाब भी हो जाता है। इस ब्लास्ट के बाद एसआईटी ऑफ़िसर पंकज मिश्रा (परमब्रत चट्टोपाध्याय) और रिंकू (श्रुति व्यास) केस की छानबीन में जुट जाते हैं। लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब वीरा का पति जतिन (शरद केलकर) बच जाता है और लौटकर आ जाता है।
मर्डर मिस्ट्री की जाँच करते हुए पुलिस एक दवाई कंपनी मेडिफार्मा तक भी पहुँचती है। जिसकी मालकिन इनाया ठाकुर (राइमा सेन) हैं और उनकी कंपनी एक वायरस से बचाने के लिए वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल कर रही है। इसमें लोगों की मौत भी हो रही है।
वेब सीरीज़ 'ब्लैक विडोज़' में दो गुत्थियाँ हैं और दोनों ही दिलचस्प हैं। किस तरह से तीनों महिलाएँ अपने अपराध को छिपाएँगी और पुलिस की जाँच से बचेंगी? वैक्सीन ट्रायल से मर रहे लोगों के बारे में पुलिस को किस तरह से पता चलेगा?
जतिन, जो कि धमाके से बचकर वापस आ गया है। अब उसका क्या होगा और क्या उसे पता चलेगा कि उसकी पत्नी ने ही उसे मारने की साज़िश रची थी? ये सब जानने के लिए आपको ज़ी 5 पर 12 एपिसोड की वेब सीरीज़ 'ब्लैक विडोज़' देखनी पड़ेगी। हर एपिसोड 36 मिनट का है।
निर्देशन
बंगाली फ़िल्मकार बिरसा दासगुप्ता के निर्देशन में बनी सीरीज़ 'ब्लैक विडोज़' की कहानी को राधिका आनंद ने लिखा है। सीरीज़ की कहानी को जिस कसावट के साथ लिखा गया है, उसी तरह से उसे पर्दे पर पेश किया गया है। बिरसा दासगुप्ता ने वेब सीरीज़ के हर एक मोड़ में एक नया ट्विस्ट डाला है, लेकिन उसके साथ भी कहानी कहीं कमज़ोर नहीं पड़ती। निर्देशक ने वेब सीरीज़ की कहानी में रफ्तार के साथ मर्डर मिस्ट्री, पुलिस जाँच, ब्लैकमेलिंग और पैसों का लालच सबकुछ दिखाया है। शुभांकर भर की सिनेमैटोग्राफ़ी भी कमाल की है।
एक्टिंग
मोना सिंह ने शांत और सहज किरदार को बखूबी निभाया है। शमिता शेट्टी का किरदार तीनों महिलाओं में थोड़ा कमज़ोर है और एक्ट्रेस ने इसे बेहतरीन तरीक़े से निभाया है। बंगाली एक्ट्रेस स्वास्तिका मुखर्जी ने एक बार फिर से अपने अभिनय के दम पर साबित किया है कि वो बेहतरीन कलाकार हैं। शरद केलकर ने फ़िल्म 'लक्ष्मी' में अपने उम्दा अभिनय से ख़ूब तारीफ़ें बटोरी थीं और वेब सीरीज़ में भी वह कमाल आपको देखने को मिलेगा। परमब्रत चट्टोपाध्याय ने पुलिस ऑफ़िसर के रोल में अच्छा काम किया है। इसके अलावा राइमा सेन, श्रुति व्यास, आमिर अली और सभी स्टार्स ने शानदार अभिनय किया है।
अगर आप मर्डर मिस्ट्री और थ्रिलर से भरपूर कोई वेब सीरीज़ देखने का मूड बना रहे हैं, तो 'ब्लैक विडोज़' बिंज वॉच के लिए परफ़ेक्ट है। सीरीज़ में कई ट्विस्ट एंड टर्न्स हैं, जो कि आपको आख़िर तक बांधे रखेंगे।
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