“नींद और भूख का अगर आपको डिप्राइवेशन है तो कहीं न कहीं वो ऐसा मार्क आप पर छोड़ कर जाएगा कि आप भूल नहीं सकते। मैं जाता हूँ फ़ाइव स्टार होटेल्स में सुइट्स हैं बड़े-बड़े डबल बेड हैं, उनपे मैं लेटता हूँ कभी, तो मैं याद करता हूँ जब मैं थर्ड क्लास कंपार्टमेंट में आया था बॉंबे, और कोई दो दिन की तक़रीबन जर्नी थी, तो देयर वाज नो प्लेस टु सिट, मतलब कंधा टिकाने की जगह नहीं थी and how I was deprived of sleep and how tired I was. उस दिन यार इतनी सी जगह मिल जाती! सुबह ट्रॉली पे नाश्ता लेके आता है, ब्रेकफ़ास्ट पूरा, बटर, जैम, हाफ प्राइड एक्स, कॉफ़ी - मैं सोचता हूँ तेरी औक़ात है? अभी भी ये लगता है कि ये ब्रेकफ़ास्ट मेरा नहीं है। ये किसी और का है। I can’t get over this.”