बिहार में 24 अगस्त को दो समानांतर घटनाओं ने 2024 में विपक्षी एकता और इसे मिलने वाली चुनौतियों को चर्चा के केन्द्र में ला दिया है। एक तरफ़ विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विश्वास मत की तैयारी में लगे थे तो दूसरी ओर सीबीआई उन लोगों के खिलाफ छापेमारी में लगी थी या लगायी गयी थी जिन्हें मीडिया में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनके पिता लालू प्रसाद का क़रीबी बताया गया है।