झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के लिए अगला सप्ताह बहुत भारी साबित हो सकता है। ऐसा आरोप है कि बीजेपी ऑपरेशन लोटस के तहत राज्य में बहुत पहले से सरकार को अस्थिर करने की रणनीति पर काम कर रही है। ऑपरेशन लोटस के तहत ही कांग्रेस के विधायकों को तोड़ने की रणनीति चर्चा में थी मगर वह कांग्रेस के तीन विधायकों के पश्चिम बंगाल में नकदी के साथ गिरफ्तार होने के साथ उस वक्त नाकाम हो गयी थी।

क्या झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं? क्या सरकार गिर जाएगी?
फिलहाल मौजूदा सरकार राजनैतिक रूप से तो उस चक्रव्यूह से बाहर नजर आ रही है लेकिन जल्द ही निर्वाचन आयोग को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मामले में एक महत्वपूर्ण फैसला लेना है जिससे उनका विधायक का पद जा सकता है और उनके चुनाव लड़ने पर कुछ समय के लिए पाबंदी लग सकती है।
चुनाव आयोग में मामला
सोरेन पर मुख्यमंत्री रहते हुए अपने नाम खनन की लीज लेने का मामला चल रहा था। सोरेन को कई बार अपना पक्ष रखने का समय देने के बाद चुनाव आयोग इस मामले की सुनवाई पूरी कर चुका है। ऐसा माना जा रहा है कि विधायकी जाने और चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगाये जाने की स्थिति में उनके पास इस्तीफा देने के अलावा कोई चारा नहीं बचेगा।