झारखंड के मुख्यमंत्री और उनकी पूरी सरकार को राज्यपाल रमेश बैस कई दिनों से कुढ़न में डाले हुए हैं। अपने नाम से खनन की लीज लेने के मामले में चुनाव आयोग में हेमंत सोरेन के खिलाफ सुनवाई मुकम्मल होने के बाद इस बारे में सिफारिश की काॅपी राज्यपाल को भेजी जा चुकी है।