बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के तीन चरणों के अंतिम चरण में शनिवार को 15 ज़िलों की 78 सीटों पर मतदान हो रहा है। इसमें 12 मंत्रियों समेत वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी और एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान के भाग्य का फैसला होना है। इसी दिन वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र के लिए उपचुनाव का मतदान होना है।

राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है कि एनडीए ने इस चरण के लिए अपनी रणनीति बदली है। बीजेपी अपने भावनात्मक मुद्दों और तेजस्वी यादव पर प्रधानमंत्री के कटाक्ष- जंगलराज के युवराज से लाभ लेने की कोशिश में हैं लेकिन उसके लिए सबसे बड़ी चुनौती जदयू का प्रदर्शन होगी। ऐसा माना जा रहा है कि जदयू को बीजेपी के संगठनात्मक तंत्र का वह लाभ नहीं मिल रहा जो 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान मिला था।
इस चरण की अधिकतर सीटें सीमांचल, कोसी और कुछ सीटें मिथिलांचल में हैं। इन इलाक़ों में लोक जन शक्ति पार्टी और पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी के प्रदर्शन भी नज़र रहेगी। बड़ी पार्टियों में जहाँ सीमांचल में कांग्रेस और आरजेडी का पलड़ा भारी रहने के कयास लगाये जा रहे हैं वहीं कोसी-मिथिलांचल में भाजपा-जदयू अपना पूरा जोर लगाये हैं।