बिहार के मधुबनी में 29 मार्च को होली के दिन तीन सहोदर भाइयों समेत एक ही विस्तारित परिवार के पांच लोगों की हत्या नीतीश कुमार सरकार के लिए गंभीर सवाल बनकर खड़ी हुई है। यह खबर स्थानीय तौर पर तो सही से कवर की गयी लेकिन पटना और बाकी जगह इसे एक तरह से दबा दिया गया। दो अप्रैल के बाद से इस कांड की चर्चा सोशल मीडिया पर होने के बाद मुख्यधारा की मीडिया में भी इसे प्रमुखता मिली है।