नागरिकता संशोधन विधेयक ने पूर्वोत्तर में  ख़ुद को असुरक्षित समझने वाले और अपनी अस्मिता व पहचान बरक़रार रखने के लिए जूझ रहे लोगों का डर और बढ़ा दिया है। जो लोग यह मान कर चल रहे थे कि वे अपने ही घरों में अल्पसंख्यक हो जाएंगे और बाहरी लोग उनके संसाधनों का दोहन करते हुए वहाँ बहुसंख्यक बन जाएंगे, उनका डर मानो सामने खड़ा उन्हें ललकार रहा है। नतीजा सामने है, पूरा पूर्वोत्तर उबल रहा है।