भाजपा बम बम कर रही है। उसके लिए सब कुछ अनुकूल होता आया है और राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की जबरदस्त सफलता, जिसकी पटकथा खुद नरेंद्र मोदी ने लिखी थी, उसका सितारा बहुत ऊँचा कर दिया है। चुनावी गणित से देखें तो शायद पुलवामा-बालाकोट वाली घटना से भी ज़्यादा। अबकी गाँव गाँव, मुहल्ला मुहल्ला में रामलला के आने की धूम रही। सफाई-धुलाई से लेकर जनवरी में दिवाली मनाने तक का काम हुआ। और यह सारा पुरुषार्थ भाजपा का हो न हो लेकिन इसका राजनैतिक लाभ उसे मिलेगा। हिन्दू समाज और भारतीय समाज में इसने खास तरह के बदलाव किए हैं और कई पुरानी चीजों को बदला है लेकिन इसने शासन और राजनीति में भी बदलाव किया है, चुनावी राजनीति में भी प्रभाव डाला है और आगे और डालेगा। किसी और की तुलना में भाजपा और उसके सूत्रधार नरेंद्र मोदी को इसका पता है।