भाजपा बम बम कर रही है। उसके लिए सब कुछ अनुकूल होता आया है और राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की जबरदस्त सफलता, जिसकी पटकथा खुद नरेंद्र मोदी ने लिखी थी, उसका सितारा बहुत ऊँचा कर दिया है। चुनावी गणित से देखें तो शायद पुलवामा-बालाकोट वाली घटना से भी ज़्यादा। अबकी गाँव गाँव, मुहल्ला मुहल्ला में रामलला के आने की धूम रही। सफाई-धुलाई से लेकर जनवरी में दिवाली मनाने तक का काम हुआ। और यह सारा पुरुषार्थ भाजपा का हो न हो लेकिन इसका राजनैतिक लाभ उसे मिलेगा। हिन्दू समाज और भारतीय समाज में इसने खास तरह के बदलाव किए हैं और कई पुरानी चीजों को बदला है लेकिन इसने शासन और राजनीति में भी बदलाव किया है, चुनावी राजनीति में भी प्रभाव डाला है और आगे और डालेगा। किसी और की तुलना में भाजपा और उसके सूत्रधार नरेंद्र मोदी को इसका पता है।
बीजेपी का चार सौ सीटों का लक्ष्य कितना वास्तविक?
- विश्लेषण
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- 23 Jan, 2024

क्या बीजेपी का 400 सीटों का लक्ष्य हवा में तीर चलाने जैसा है या फिर इसके अनुसार इसकी तैयारी भी है? क्या पार्टी की रणनीति उस स्तर की है?
भाजपा हाल के विधानसभा चुनाव की अनपेक्षित जीत से भी बम बम कर रही है। इस लेखक जैसे लोगों को तब लग रहा था कि शिवराज, वसुंधरा और रमन सिंह जैसों की जगह मोदी जी अपना चेहरा क्यों विधानसभा चुनाव में दांव पर लगा रहे हैं। यह तो ब्रह्मास्त्र है, इसका इस्तेमाल उचित मौके पर होना चाहिए क्योंकि इसमें सफलता का तो कुछ नहीं पर असफलता का ज्यादा बड़ा मतलब हो जाएगा। पर ब्रांड मोदी और मोदी की गारंटी और बड़े रूप में सामने आए।