क्या सोचता है यूरोप?
इस दिशा में सबसे पहला कदम ऑस्ट्रिया ने उठाया जब उसने इस मंगलवार को ही कुछ ग़ैर-ज़रूरी सेवाओं पर लगे प्रतिबंध हटाने का एलान किया।कब हटेगा लॉकडाउन?
लॉकडाउन कब और कैसे हटाया जाए, इसका कोई तयशुदा नियम या फ़ॉर्मूला नहीं है, सब अपने हिसाब से ऐसा करेंगे। वर्ल्ड मेडिकल एसोसिएशन के फ्रैंक उलरिच मॉन्टगोमरी ने वॉशिंगटन पोस्ट से कहा“
‘लॉकडाउन हटाने का कोई गोल्डन रूल नहीं है, हमें नतीजा देख कर ही फ़ैसला लेना है।’
फ्रैंक उलरिच मॉन्टगोमरी, सदस्य, वर्ल्ड मेडिकल एसोसिएशन
मास्क-आइसोलेशन-एंटीबॉडी
कुछ यूरोपीय देश इस पर विचार कर रहे हैं कि मास्क लगा कर बाहर निकलने की छूट दी जा सकती है। स्पेन की सरकार ने अपने नागरिकों को मुफ़्त मास्क दिए हैं। कई देश इस पर विचार कर रहे हैं कि संक्रमित लोगों को ट्रैक करना और उन्हें आइसोलेट करना सबसे ज़रूरी है और फ़िलहाल इसी पर ज़ोर दिया जाए।यूरोपीय संघ की बैठक
यूरोपीय संघ के ब्रसेल्स स्थित मुख्यालय में जल्द ही बैठक होने वाली है, जिसमें कोरोना से लड़ने और लॉकडाउन हटाने पर कोई संयुक्त नीति अपनाई जाएगी।यूरोपीय संघ जल्द ही सदस्य देशों को सलाह जारी कर सकता है कि वे अपनी अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे चरणबद्ध तरीके से खोलें। वे पहले स्कूल-कॉलेज खोलें, उसके बाद दुकानों को खोलने दें, फिर रेस्तरां चालू करने की अनुमति दें।
फ्रांस
फ़्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा है कि 11 मई तक उनके देश में पूर्ण लॉकडाउन रहेगा। उसके बाद पहले नर्सरी स्कूल, फिर मिडिल स्कूल और फिर हाई स्कूल खुलेंगे। यह काम मई के मध्य तक पूरा हो जाएगा।जर्मनी
चांसलर एंगला मर्कल जल्द ही घोषणा करेंगी कि जर्मनी में प्रतिबंधों में कब ढील दी जाएगी। पहले स्कूल खुलेंगे और गणित जैसे मुख्य विषयों की कक्षाएँ पहले लगनी शुरू होंगी।जर्मनी में एक सर्वे के मुताबिक़ अधिकतर लोग लॉकडाउन बरक़रार रखने के पक्ष में है। सर्वे में भाग लेने वाले 44 प्रतिशत लोग सोशल डिस्टैंसिंग बढ़ाना चाहते हैं, जबकि 12 प्रतिशत लोग इसे और सख़्ती से लागू करना चाहते हैं।
ब्रिटेन
ब्रिटेन ने साफ़ कह दिया है कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि कब संक्रमण अपने चरम पर पहुँचेगा और उसके बाद वह कम होने लगेगा। डेपुटी चीफ़ मेडिकल ऑफिसर जोनाथन वैन-टैम ने वॉशिंगटन पोस्ट से कहा, ‘लॉकडाउन हटाने के बारे में कुछ कहने का समय अभी नही आया है। हम अभी भी ख़तरे से बाहर नहीं हैं, इसमें समय लगेगा।’इटली
इटली ने लॉकडाउन से बाहर निकलने की स्थिति को ‘फेज़ टू’ कहा है और यह किसी को नहीं पता कि वह समय कब आएगा। पर इतना साफ़ है कि 4 मई से पहले ऐसा कुछ नहीं होने को है।प्रधानमंत्री जिसेप कोन्टी पर दबाव बढ़ रहा है कि वे अर्थव्यवस्था खोलें।यदि मीडिया रिपोर्टों पर भरोसा किया जाए तो सरकारी मदद का एलान भले ही हो गया हो वह ज़रूरतमंदों तक नहीं पहुँच सका है। ऐसे में कहीं भुखमरी नया संकट न बन जाये।
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