रूस के द्वारा सैन्य कार्रवाई किए जाने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलीदिमीर जेलेंस्की सामने आए और रूस के साथ सभी राजनीतिक रिश्तों को खत्म करने का एलान किया। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के जो भी नागरिक अपने देश की रक्षा करना चाहते हैं सरकार उन्हें हथियार उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि यह वह वक्त है जब यूक्रेन के खिलाफ छेड़े गए युद्ध के खिलाफ प्रदर्शन किया जाना चाहिए।
उधर, यूक्रेन के अंदर हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं और दोनों देशों की सेनाएं आमने सामने आ गई हैं। अब तक यूक्रेन के कुछ जवानों और आम लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पता चलता है कि रूसी सेना ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है।
वोलीदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूस गलत रास्ते पर चल रहा है लेकिन यूक्रेन अपनी रक्षा करेगा और अपनी आजादी को नहीं छिनने देगा। यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने भी कहा था कि उनका देश अपनी जमीन के हर इंच, हर शहर और हर गांव के लिए लड़ाई लड़ेगा।
भारत से दख़ल देने की मांग
उधर, भारत में यूक्रेन के राजदूत आइगोर पोलिखा ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दखल देने की मांग की है। राजदूत ने गुरूवार को कहा है कि भारत के रूस से विशेष संबंध हैं और भारत हालात को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभा सकता है। पोलिखा ने अपील की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से इस संबंध में बात करें।
फंस गए लोग
हालात को देखते हुए यूक्रेन ने अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है और इस वजह से बड़ी संख्या में लोग यूक्रेन में ही फंस गए हैं। यूक्रेन की राजधानी कीव में भी बम धमाके हुए हैं।
उधर, बड़ी संख्या में लोग यूक्रेन छोड़कर निकल रहे हैं और इस वजह से वहां सड़कों पर जाम लग गया है। लोग सुपर मार्केट्स की तरफ दौड़ रहे हैं और आने वाले कुछ दिनों के लिए खाने-पीने का सामान इकट्ठा कर रहे हैं। एटीएम के बाहर भी लोगों की लंबी कतारें लगी हुई हैं।
यूक्रेन के केंद्रीय बैंक ने बैंकों से कैश निकालने की भी सीमा तय कर दी है।
अपनी राय बतायें