मेक्सिको ने एक अमेरिकी सैन्य विमान को उतरने की अनुमति देने से इनकार कर दिया। इसमें यूएस से मेक्सिको अप्रवासियों को डिपोर्ट किया जा रहा था। अमेरिका से अप्रवासियों को डिपोर्ट करने की ट्रम्प प्रशासन की योजना कम से कम फिलहाल नाकाम हो गई है। यह ट्रम्प के लिए भी बड़ा झटका है। क्योंकि अगर बाकी देशों ने भी ऐसी फ्लाइट्स को उतरने की अनुमति नहीं दी तो खुद अमेरिका में बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा।
यह अभी साफ नहीं है कि मेक्सिको ने उड़ान क्या कहकर रोकी है। लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नवंबर में चुनाव जीतने के बाद से अमेरिका और मेक्सिको के बीच तनाव बढ़ गया है। ट्रम्प ने प्रवासियों को लेकर मेक्सिको पर 25% टैरिफ लगाने की धमकी दी थी। लेकिन उन्होंने अभी तक इन्हें लागू नहीं किया है। अमेरिका और मेक्सिको लंबे समय तक सहयोगी रहे हैं। लेकिन ट्रम्प के सत्ता संभालने के बाद हालात बदल गये हैं।
मैक्सिकन राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाम की सरकार ने कहा है कि वह यूएस के इमीग्रेशन मानकों को लागू करने के लिए ट्रम्प की "एकतरफा" कार्रवाई का विरोध करती है। निर्वासित लोगों को किसी दूसरे देश में ले जाने के लिए उस देश की सरकार के सहयोग की जरूरत होती है। मेक्सिको ने अपना रुख साफ कर दिया है। दूसरी तरफ भारत के विदेश मंत्री तो इसे यूएस में रह रहे अवैध अप्रवासी भारतीयों के लिए मौका बता रहे हैं कि वो बिना कागज भारत लौट सकते हैं। यानी भारत अपने अप्रवासियों को हाथोंहाथ लेने को तैयार है।
कई स्थानों पर छापे
सरकारी एजेंसी ने पूरे अमेरिका में एक दिन में 538 अवैध अप्रवासियों को गिरफ्तार किया। इस बीच जब बोस्टन जैसे शहर में भी आव्रजन छापों की खबरें हैं।
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