भारत में रूसी दूतावास ने तो क्रेमलिन के प्रवक्ता के हवाले से कहा है कि वह यूक्रेन से बेलारूस की राजधानी मिंस्क में बातचीत को तैयार है। बातचीत के लिए कोई शर्त होगी या नहीं, इसको लेकर दूतावास ने साफ़ नहीं किया है। हालाँकि इससे पहले रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को ही कहा है कि मास्को एक शर्त पर यूक्रेन से बातचीत को तैयार है। लेकिन इसने ऐसी शर्त रखी है जो शायद ही यूक्रेन को मंजूर हो। रूस के विदेश मंत्रालय ने मौजूदा यूक्रेन सरकार के लिए तीखे शब्दों का प्रयोग भी किया है।
बहरहाल, भारत में रूस के दूतावास ने ट्वीट कर कहा है, 'क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन उच्च पदस्थ अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल को कीव के साथ वार्ता करने के लिए मिन्स्क भेजने के लिए तैयार हैं।'
Russian President Vladimir Putin is ready to send a delegation of high-ranking officials to Minsk to hold talks with Kiev, Kremlin spokesman Dmitry Peskov has said. pic.twitter.com/C1PF1OJ6h0
— Russia in India 🇷🇺 (@RusEmbIndia) February 25, 2022
बहरहाल, भारत में रूसी दूतावास ने तो यह साफ़ नहीं किया है कि क्या इस बातचीत के लिए कुछ शर्त होगी या नहीं, लेकिन रूसी विदेश मंत्रालय ने इस बारे में एक बयान दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि कीव के साथ यह बातचीत तभी हो सकती है जब यूक्रेन की सेना अपने हथियार डाल दे। उन्होंने यह भी कहा कि मास्को नहीं चाहता कि यूक्रेन पर 'नव-नाज़ियों' का शासन हो। जाहिर तौर पर यूक्रेन सरकार ऐसी भाषा को शायद ही स्वीकार करे।
रूस की तरफ़ से यह बयान तब आया है जब यूक्रेन में रूसी और यूक्रेन के सैनिक आमने-सामने हैं। दोनों तरफ़ से भयंकर युद्ध छिड़ा है। रिपोर्ट है कि रूसी सेना कीव के क़रीब पहुँच गया है, लेकिन यूक्रेन की सेना से उसे कड़ी चुनौती मिल रही है।
यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि हम नागरिकों से आग्रह करते हैं कि वे हमें सेना की गतिविधियों के बारे में सूचित करें और दुश्मन को बेअसर करने में मदद करें।
इधर, रूस के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि उसके बलों ने यूक्रेन की राजधानी कीव से सिर्फ़ 7 किमी दूर उत्तर-पश्चिम में रणनीतिक होस्टोमेल हवाई अड्डे पर कब्जा कर लिया है। इसने दावा किया कि अभियान में यूक्रेन की विशेष इकाइयों से 200 से अधिक लोग मारे गए। मंत्रालय ने दावा किया कि रूसी सेना ने पश्चिम से कीव तक पहुँच को अवरुद्ध कर दिया है, और पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी ताक़तों ने रूसी सेना के समर्थन से यूक्रेनी सेना के बेस पर हमला किया। रूसी सेना ने कहा है कि वह कीव के रिहायशी इलाकों पर हमला नहीं करेगी।
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