भारत-रूस के मजबूत होते संबंधों पर चीन उतना चिंतित नहीं है, जितना पश्चिम के देश परेशान हैं। यह बात चीन से प्रकाशित अखबार ग्लोबल टाइम्स में कही गई है। यह लेख सोमवार को प्रकाशित हुआ था, जब मोदी मॉस्को पहुंचने वाले थे। ग्लोबल टाइम्स का कहना है कि दरअसल, पश्चिमी देश चीन, भारत और रूस के बीच आपसी कलह पैदा करने की कोशिश में लगे रहते हैं। इसीलिए उन्होंने मोदी की रूस यात्रा को पसंद नहीं किया है।
चीन के अखबार का सवाल- भारत-रूस संबंधों पर पश्चिमी देश क्यों चिंतित?
- दुनिया
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- 29 Mar, 2025
पीएम मोदी की ताजा रूस यात्रा को लेकर पश्चिमी देश ज्यादा चौकन्ने हैं। उनकी चिन्ता का दायरा यूक्रेन तक सीमित है। क्योंकि वो यूक्रेन के मामले में रूस के राष्ट्रपति को युद्ध अपराधी ठहरा रहे हैं। लेकिन भारत की अपनी रणनीति है। जिसकी वजह से सदियों पुराने भारत-रूस संबंध आज भी मजबूत बने हुए हैं। चीन के अखबार ग्लोबल टाइम्स ने मोदी की यात्रा को लेकर टिप्पणी की है। जानिएः
