भारत में कोरोना के जिस डेल्टा वैरिएंट ने दूसरी लहर में तबाही मचाई उस पर मौजूदा वैक्सीन की दो खुराक काफ़ी ज़्यादा कारगर है। ऐसा पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड यानी पीएचई ने ही शोध के आधार पर कहा है। हालाँकि यह शोध इंग्लैंड में और सिर्फ़ फाइजर बायो-एन-टेक और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका की वैक्सीन की खुराकों को लेकर ही हुआ है। भारत में फाइजर की वैक्सीन तो उपलब्ध नहीं है, लेकिन ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका से क़रार कर सीरम इंस्टीट्यूट जो कोविशील्ड वैक्सीन बना रहा है वह उपलब्ध है। दूसरी वैक्सीन की दो खुराकें भी शायद डेल्टा के ख़िलाफ़ कारगर हों, लेकिन इस संबंध में ज़्यादा शोध नहीं हुआ है।
डेल्टा वैरिएंट: टीके की दो खुराक अस्पताल में भर्ती होने से बचाती है
- दुनिया
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- 15 Jun, 2021
भारत में कोरोना के जिस डेल्टा वैरिएंट ने दूसरी लहर में तबाही मचाई उस पर मौजूदा वैक्सीन की दो खुराक काफ़ी ज़्यादा कारगर है। ऐसा पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड यानी पीएचई ने ही शोध के आधार पर कहा है।

ब्रिटेन में यह शोध इसलिए किया गया है कि हाल में वहाँ कुल नए संक्रमण के जो मामले आ रहे हैं उसमें से 90 फ़ीसदी से ज़्यादा डेल्टा वैरिएंट के ही हैं। अब जाहिर है कि ब्रिटेन कोरोना से अपनी लड़ाई के लिए यह देखना चाह रहा है कि मौजूदा टीके डेल्टा वैरिएंट पर कितने कारगर हैं।