टेरर फंडिंग रोकने के लिए बने अंतरराष्ट्रीय संगठन फ़ाइनेंशियल एक्शन टास्क फ़ोर्स (एफ़एटीएफ़) के एशिया प्रशांत विभाग ने पाकिस्तान को काली सूची में डाल दिया है। इसलामाबाद को अक्टूबर तक का समय मिला हुआ है। उस समय तक इसके कामकाज से एफ़एटीएफ़ संतुष्ट नहीं हुआ तो इसे वह अपने संगठन की मुख्य काली सूची में डाल सकता है। यदि ऐसा हुआ तो पाकिस्तान को ख़ासी दिक्क़त होगी, क्योंकि उसके बाद आर्थिक रूप से यह एकदम अलग-थलग पड़ जाएगा।