कांग्रेस पार्टी के अंदर इस वक़्त ज़बरर्दस्त मंथन चल रहा है। ख़ासतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर। सवाल यह है कि उनकी किस तरीक़े से और कैसे आलोचना की जानी चाहिए। क्या नरेंद्र मोदी का ‘दानवीकरण’ यानी नरेंद्र मोदी पर व्यक्तिगत हमले करना और उनकी छवि को एक ग़लत आदमी के तौर पर पेश करना सही है? कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओं ने नरेंद्र मोदी का ‘दानवीकरण’ करने की कोशिशों का जमकर विरोध किया है और कहा है कि हर मसले पर उनका विरोध करना और व्यक्तिगत हमले करना सही नहीं है। सबसे पहले आवाज़ उठाई पार्टी के पूर्व मंत्री और आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ माने जाने वाले जयराम रमेश ने। उन्होंने गुरुवार को कहा, ‘अब वक़्त आ गया है कि हम इस बात को पहचानें कि 2014 और 2019 के बीच उन्होंने क्या काम किए जिसकी वजह से उनको 30 फ़ीसदी से ज़्यादा लोगों ने अपना मत देकर दुबारा सत्ता में भेजा है।'
राहुल से असहमत दो कांग्रेसी दिग्गज, मोदी का 'दानवीकरण' ग़लत
- देश
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- 23 Aug, 2019
कांग्रेस में मंथन? क्या नरेंद्र मोदी का ‘दानवीकरण’ यानी नरेंद्र मोदी पर व्यक्तिगत हमले करना और उनकी छवि को एक ग़लत आदमी के तौर पर पेश करना सही है?

उनका कहना है कि जब तक हम इस बात को नहीं मानते कि वह ऐसे काम कर रहे हैं जिसको लोग स्वीकार कर रहे हैं और जो काम अतीत में नहीं हुए तब तक हम उनका मुक़ाबला नहीं कर सकते हैं।