क्या पाकिस्तान ने आतंकवादियों और उनसे जुड़े संगठनों को फंडिंग किए जाने के मामले में कड़ी कार्रवाई की है? आख़िर एफ़एटीएफ़ ने किस आधार पर पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से हटाया?
टेरर फंडिंग और मनी लॉन्डरिंग रोकने के लिए बनी संस्था एफ़एटीएफ़ ने पाकिस्तान की कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि उसने एक्शन प्लान लागू नहीं किया तो कार्रवाई की जाएगी।
आतंकवादियों को मिलने वाले फ़ंड को रोकने में पाकिस्तान आख़िरी मौक़ा भी चूक गया है। अब इसके ब्लैक लिस्टेड होने यानी काली सूची में डाले जाने का ख़तरा और बढ़ गया है।
वित्त मंत्री: दुनिया के मुक़ाबले भारत की अर्थव्यवस्था बेहतर। वित्त मंत्री: अब बैंकों को अपनी ब्याज़ दर घटानी होंगी। मोदी: भारत में ‘टेंपरेरी’ के लिए कोई व्यवस्था नहीं। ईडी केस में चिदंबरम को अंतरिम ज़मानत । राहुल ने आर्थिक मंदी पर केन्द्र सरकार पर साधा निशाना। सत्य हिंदी
मोदी: भारत में ‘टेंपरेरी’ के लिए कोई व्यवस्था नहीं। ईडी केस में चिदंबरम को अंतरिम ज़मानत । राहुल ने आर्थिक मंदी पर केन्द्र सरकार पर साधा निशाना। सपा ने प्रदेश और सभी ज़िला कार्यकारिणी को भंग किया। सत्य हिंदी
FATF एशिया प्रशांत की काली सूची में पाक। चिदंबरम पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई सोमवार को। सिब्बल: अर्थव्यवस्था और स्वतंत्रता दोनों बचाने की ज़रूरत। सिंघवी: मोदी को खलनायक कहने से विपक्ष को नुक़सान । सत्य समाचार।
टेरर फंडिंग रोकने के लिए बने अंतरराष्ट्रीय संगठन फ़ाइनेंशियल एक्शन टास्क फ़ोर्स (एफ़एटीएफ़) के एशिया प्रशांत विभाग ने पाकिस्तान को काली सूची में डाल दिया है।
लश्कर-ए-तैयबा समेत 23 आतंकवादी गुटों के ख़िलाफ़ पाकिस्तान सरकार की कार्रवाई का क्या है मतलब? क्या यह विश्व समुदाय की आँखों में धूल झोंकने की कोशिश है। सत्य हिन्दी के लिए प्रमोद मल्लिक का विश्लेषण।
आर्थिक से लेकर राजनीतिक फ्रंट पर, हर तरफ से घिरा पाकिस्तान गंभीर संकट से बाहर निकलने के लिए हाथ-पैर मार रहा है। पर क्या प्रधानमंत्री इमरान ख़ान इसमें कामयाब होंगे?